इंडियन प्रीमियर लीग के ऊपर अक्सर आरोप लगता रहा है कि ये स्पोर्ट्स से ज़्यादा सट्टेबाज़ी को बढ़ावा देता है. सट्टेबाज़ी पर लगाम लगाने की बात अक्सर होती रहती है लेकिन सट्टेबाज़ी पर लगाम लगेआने में बोर्ड फेल ही रहता है. ऐसे में कोशिश हमेशा सरकार की तरफ से ये होती है कि ये किसी तरह से कम हो लेकिन अक्सर अधिकारियों के दावे महज़ दावे ही नज़र आते हैं और कोई ख़ास कार्यवाही इसमें हो नहीं पाती है. कुछ सूत्रों की माने तो आईपीएल में सट्टेबाज़ी लगाने वाले कुछ छात्र भी हैं और इस वजह से कुछ छात्र ख़ुदकुशी भी करने लगे हैं.
अभी जो ख़बर है वो ये है कि आईपीएल में सट्टेबाजी को लेकर व्यापारियों में आक्रोश है. बुधवार को वाराणसी व्यापार मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने आईजी जोन दीपक रतन से उनके कार्यालय में मिलकर सट्टेबाजी पर लगाम लगाने सहित बेहतर पुलिसिंग व यातायात व्यवस्था में सुधार की मांग की. व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने कहा कि आईपीएल में इस क़दर सट्टा लग रहा है कि व्यापार पर असर पड़ा है और इससे घर बर्बाद हो रहे हैं. पिछले दिनों इसी सट्टे के चलते दारानगर में युवा कारोबारी की हत्या तक कर दी गई. आईजी जोन ने व्यापारियों को प्रभावी कदम उठाने का भरोसा दिया है.
महामंत्री प्रमोद अग्रहरि ने कहा कि हर तीन माह में निश्चित तारीख को थानेवार व्यापारियों के साथ बैठक होनी चाहिये। थानों में पीड़ित पक्षों की जल्द सुनवाई नहीं होती है। इस मौके पर दीप्तिमान देव गुप्ता, सनी जौहर, एसएस बहल, शरद श्रीवास्तव, संजय गुप्ता, कवींद्र जायसवाल, शालिनी गोस्वामी, सत्यप्रकाश जायसवाल, लता चौधरी आदि मौजूद थीं।