INX मनी लॉन्डिंग मामले में पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम को जमानत मिल गई है। चिदंबरम पर यह मामला ED से जुड़ा है, जिसमें उन्हें जमानत मिली है। इससे पहले चिदंबरम को सीबीआई से जुड़े केस में जमानत मिल चुकी है।
चिदंबरम ने इस मामले में आए हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी, जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने 2 लाख के बॉन्ड के साथ यह जमानत दी है।
गडकरी ने दिया बयान
चिदंबरम पर बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि हम कभी भी प्रतिशोधी नहीं रहे हैं। दूसरी तरफ जब कांग्रेस के शासनकाल में चिदंबरम जी गृह मंत्री थे उन्होंने हमारे खिलाफ झूठे मुकदमे दायर किए।
कांग्रेस ने किया स्वागत
कांग्रेस ने चिदंबरम को जमानत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बुधवार को स्वागत करते हुए कहा कि सच की आखिरकार जीत हुई। हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा, ‘न्याय में देरी, अन्याय है। यह काफी पहले ही मिलना चाहिए था।’
अगस्त को हुए थे गिरफ्तार
आईएनएक्स मीडिया केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को सीबीआई ने 21 अगस्त को दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद चिदंबरम जेल में हैं। सीबीआई के मामले में उन्हें जमानत मिल गई थी। लेकिन वो जेल से बाहर नहीं आ सके क्योंकि उससे पहले ही कोर्ट ने ईडी को उनकी हिरासत दे दी थी।
पूर्व मंत्री पर आरोप 2007 में पी चिदंबरम के वित्तमंत्री रहते हुए आईएनएक्स मीडिया ग्रुप को 305 करोड़ रुपये का विदेशी धन हासिल करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की मंजूरी में अनियमितता बरते जाने के आरोप है। उनके बेटे कार्ति चिदंबरम भी आरोपी हैं, वो भी मामले में जेल में रह चुके हैं और जमानत पर हैं।