भारतीय पहलवानों के साथ कथित उत्पीड़न का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। भारतीय कुश्ती महासंघ के आला अधिकारियों पर उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक और विनेश फोगाट कई हफ्ते गुजरने के बाद भी इंसाफ की आस लगाए बैठी हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें समिति से न्याय मिलने का पूरा भरोसा है।
कोलकाता में पहलवान विनेश फोगाट कहा कि ये मुश्किल समय है क्योंकि हम प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मुकाबले शुरू हो गए हैं लेकिन हम खेल नहीं पा रहे, जब तक हम ये लड़ाई जीत नहीं जाते तब तक हम इंतज़ार करेंगे।पहले हम ये मेडल जीतना चाहते हैं उसके बाद हम किसी बड़े मैच में खेलेंगे।
वहीं पहलवान साक्षी मलिक फैसला अभी तक आ जाना चाहिए था लेकिन उन्होंने 10 दिन का समय दिया है। उम्मीद है कि जल्द से जल्द फैसला आए और हमारे हक में आए क्योंकि हमने बहुत हिम्मत करके ये कदम उठाया है। हमने यही सोचकर हिम्मत जुटाई कि अब जो लड़किया पहलवानी में आ रही हैं उन्हें ये सब न झेलना पड़े।
इससे पहले भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व बीजेपी से सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कथित उत्पीड़न के आरोप के बाद एक समिति का गठन किया गया था। जिस पर बृजभूषण शरण सिंह ने अपने सफाई पर कहा कि उनको फंसाने की साजिश है।
बता दें कि भारतीय कुश्ती के पहलवानों के तरफ से बृजभूषण शरण सिंह पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था। जिसके बाद सभी पहलवान जंतर मंतर पर धरने पर बैठ गए थे और यह मामला विपक्षी पार्टियों को सत्ता पक्ष पर निशाना साधने का मौक़ा दे दिया था। इस प्रदर्शन में बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट जैसे पहलवान शामिल थे।