नई दिल्ली। विश्व कप के 14वें मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जिस तरह की शुरुआत चाहिए थी, टीम इंडिया ने ठीक वैसी ही करते हुए कंगारू गेंदबाजों की जमकर कुटाई की। यह मैच भारत के टॉप तीन क्रम के बल्लेबाजों के शानदार योगदान के लिए भी याद रखा जाएगा। भारत ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 352 रन बनाए। इसके साथ ही इस मैच में टीम इंडिया ने कुछ शानदार रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिए हैं।
यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप में किसी भी टीम के द्वारा बनाया गया सबसे ज्यादा स्कोर है। इससे पहले किसी टीम ने पहले बैटिंग करने के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 291 रन बनाए थे। यहीं अब कर कंगारूओं के खिलाफ बनाया गया विश्व कप में सर्वाधिक स्कोर था। मजेदार बात यह है कि यह रिकॉर्ड 1975 का है जो वेस्टइंडीज टीम ने बनाया था। इस तरह से टीम इंडिया ने 44 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया है।
भारत के लिए उसके टॉप तीन बल्लेबाजों ने 50 प्लस का स्कोर खड़ा किया है। रोहित और कोहली ने पचासा और धवन ने शतक लगाया। इससे पहले केवल 2011 के विश्व कप में ऐसा मौका आया था जब टीम इंडिया के तीनों टॉप के बल्लेबाजों ने 50+ का स्कोर खड़ा किया था। यह बल्लेबाज थे, सहवाग, सचिन और गंभीर। इतना ही नहीं, यह विश्व कप में भारत का चौथा सबसे बड़ा उच्चतम स्कोर भी है। टीम इंडिया ने 2007 विश्व कप में पोर्ट ऑफ स्पेन में बरमूडा के खिलाफ 413 रन बनाए थे। यह उनका विश्व कप में उच्चतम स्कोर हैं।
आपको बता दें कि विश्व कप में अब तक 353 रनों का टारगेट कभी चेस नहीं हुआ है। जबकि इंग्लैंड में खेले जाने वाले ODI क्रिकेट की बात करें तो यहां पर 359 रनों तक के लक्ष्य को हासिल किया जा चुका है। जबकि एक अन्य बार 350 रनों का का लक्ष्य भी चेस हुआ है। ये दोनों चेस मेजबान इंग्लैंड ने ही किए हैं। भारत की शुरुआत शानदार रही। रोहित और धवन की जोड़ी ने शतकीय भागेदारी निभाते हुए मजबूत नींव रखी। रोहित 57 रन बनाकर आउट हुए। रोहित के आउट होने के बाद शिखर धवन ने मुखरता से खेलना शुरु करते हुए सीथा अपना शतक बनाकर दम लिया। उन्होंने 109 गेंदों पर 117 रन बनाए। मैच में हार्दिक पांड्या नंबर चार पर प्रमोट करके भेजे गए थे। पांड्या ने निराश नहीं करते हुए तूफानी अंदाज में 27 गेंदों पर 48 रन बनाए। धोनी ने भी 14 गेंदों पर 11 रनों का योगदान दिया।