पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सरकार के बीच चल रही सियासी जंग आर-पार की लड़ाई में तब्दील हो चुकी है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की ओर से शुक्रवार को शुरू हुआ आजादी मार्च लाहौर के लिबर्टी चौक पहुंच गया। यहां इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार पर जबरदस्त निशाने साधे। उन्होंने कहा कि यह मार्च किसी राजनीति या निजी फायदे के लिए नहीं है, बल्कि देश की आजादी के लिए है।
इमरान ने कहा कि मैं ISI की पोल खोल दूंगा। मैं कोई कानून को नहीं तोड़ रहा हूं। इमरान ने सेना प्रमुख बाजवा को मीर जाफर और गद्दार बताकर संबोधित किया। इमरान का कहना था कि मैं नवाज शरीफ की तरह भागा नहीं हूं। देश में ही हूं और कानून का सामना करूंगा।
इमरान जिस तरह से ISI चीफ और सेना की धमकी से भी नहीं डर रहे हैं, उससे एक बार फिर से पाकिस्तान खतरनाक हालात की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। कई विश्लेषक पाकिस्तान में गृहयुद्ध भड़कने की आशंका जता रहे हैं। उनका कहना कि इमरान खान जनता में काफी लोकप्रिय हैं और यही वजह है कि वह जनता की ताकत से सेना को झुकाने की तैयारी कर रहे हैं।
हकीकी आजादी मार्च को लेकर हाई अलर्ट पर गृह मंत्रालय ने 13,000 अफसरों को तैनात किया है। हालांकि इमरान खान और उनकी पार्टी बार-बार दोहरा रही है कि हकीकी आजादी मार्च शांतिपूर्ण ही होगा। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि जो भी कानून तोड़ेगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी।