नई दिल्ली: पशुपालन, मत्स्य और डेयरी राज्य मंत्री संजीव बालियान ने शनिवार को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर उनके राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) वाले बयान को लेकर निशाना साधा। नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के समर्थन में आयोजित रैली में बोलते हुए संजीव बालियान ने उत्तर प्रदेश में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि यूपी में विपक्ष के इशारों पर उपद्रव हुआ। ये तो योगी सरकार थी जो तांडव विपक्ष की सोच के अनुसार नहीं होने दिया गया। साथ ही कहा पाकिस्तान से कहीं ज्यादा मुस्लिम हिन्दुस्तान में सुरक्षित हैं। ये बातें उन्होंने गांधी पार्क में सीएए को लेकर जन जागरूकता रैली को संबोधित करते समय कहीं।
जानकारी के मुताबिक यूपी के सहारनपुर जिले में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि अखिलेश यादव कहते हैं कि वे एनपीआर फॉर्म नहीं भरेंगे। अगर आप इसे नहीं भरेंगे, आपको चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं मिलेगी। यह कानून का नियम है। दिक्कतें पैदा करने वालों का इलाज किया जाएगा।
इससे पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था, ‘हम संविधान बचाना चाहते हैं लेकिन जिनसे मुकाबला है, वे संविधान को कुछ नहीं समझते। नौजवानों को रोजगार चाहिए या एनपीआर?’ उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के लोग तय नहीं करेंगे कि हम नागरिक हैं या नहीं। महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में रास्ता दिखाया था। उन्होंने कुछ कार्ड जला दिए थे। यहां हम पहले होंगे जो एनपीआर का फॉर्म नहीं भरेंगे, मैं कोई फॉर्म नहीं भरने जा रहा।’
एनपीआर क्या है?
नैशनल पॉपुलेशन रजिस्टर यानी एनपीआर भारत में रहने वाले सामान्य निवासियों का एक रजिस्टर है। यह यहां रहने वाले लोगों (निवासियों) का रजिस्टर है। इसे ग्राम पंचायत, तहसील, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाता है। नागरिकता कानून, 1955 और सिटिजनशिप रूल्स, 2003 के प्रावधानों के तहत यह रजिस्टर तैयार होता है।