नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच वार-पलटवार का दौर अभी भी जारी है। गुरुवार को ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर राज्य और तृणमूल कांग्रेस में कोयला माफिया के बीच संबंध के आरोपों को साबित करने की बात करते हुए कहा कि अगर आरोप गलत साबित हुआ तो उन्हें कान पकड़कर 100 बार उठक बैठक करना होगा। इसके अलावा ममता बनर्जी ने कहा कि आरोप साबित हुआ तो मैं अपने सभी 42 उम्मीदवारों के नाम वापस ले लूंगी।
ममता बनर्जी का यह बयान पीएम मोदी के उस आरोप के बाद आया है जिसमें उन्होंने कोयला खादानों में माफिया राज स्थापित करने और पारिश्रमिको को खदान श्रमिकों को वंचित करने की बात कही थी। पीएम मोदी ने बांकुरा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि आप बेहतर जानते हैं कि यहां की कोयला खदानों में तृणमूल का माफिया राज कैसे जारी है। तृणमूल नेता पैसा कमा रहे हैं, जबकि खदान में काम करने वाले पारिश्रमिक वंचित है। पीएम ने कहा कि लोगों ने लोकतंत्र को स्थापित करने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
दूसरी ओर पुरुलिया में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ईलाका प्राकृतिक संसाधनों से सपन्न है। आप काले सोने पर बैठे हैं। लेकिन अब तक राज्य सरकारों ने यहां पर माफिया राज स्थापित किया है। वास्तव में, तृणमूल सरकार ने माफियाओं को अपनी गतिविधियों का हिस्सा बनाया है। पीएम मोदी ने कहा कि देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि यहां इतने अलोकतांत्रिक तरीके से दीदी कार्य कर रही है और हमारे कितने ही लोगों को मार दिया गया है उसके बावजूद दिल्ली में बैठा मीडिया और लुटियंस चुप हैं। बंगाल में मोदी के खिलाफ कुछ नहीं है, दीदी का गुस्सा मोदी पर है लेकिन वो अन्याय, गुस्सा और दमन बंगाल की जनता पर कर रही है।