अयोध्या मामले पर रिव्यू पीटिशन को लेकर अभिनेता नसीरूदुद्दीन शाह एवं शबाना आज़मी समेत देशभर की 100 जानी-मानी मुस्लिम शख्सियतों के विरोध के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर ट्वीट किया है। ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा है ”मैं कोई मशहूर मुस्लिम नहीं हूं लेकिन मेरी दो बाते हैं: सुप्रीम कोर्ट के नियमों के अधीन रिव्यू पिटिशन एक उपाय है और मैं सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन दायर करने वाले वादियों के अधिकार के साथ खड़ा हूं। दूसरा- अगर सबरीमाला और एससी/एसटी एक्ट मामले में रिव्यू पीटिशन से ध्रुवीकरण में मदद नहीं मिली, तो इस मामले में भी ऐसा नहीं होना चाहिए।”
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए फैसले पर पहले भी असदुद्दीन ओवैसे कई बार टिप्पणी कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च है, लेकिन अचूक नहीं है। उन्होंने अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए फैसले को तथ्यों से ऊपर आस्था की एक जीत के तौर पर बताया था।
इससे पहले अयोध्या फैसले पर असदुद्दीन ओवैसी कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च है लेकिन अचूक नहीं है। उन्होंने अयोध्या भूमि विवाद मामले में फैसले को तथ्यों के ऊपर आस्था की एक जीत बताया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने आशंका जाहिर की कि संघ परिवार कई अन्य मस्जिदों के मामलों में इस फैसले का उपयोग कर सकता है, जिस पर उनके दावे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सूची में मथुरा, काशी और लखनऊ की मस्जिदें शामिल हैं।