लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से मात्र एक दिन पहले हैदराबाद के प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रीय दलित आरक्षण परिरक्षण समिति के अध्यक्ष श्रीशैलम पर हमला किया गया है। हैदराबाद स्थित उस्मानिया विश्वविद्यालय के स्कॉलर पी अलेक्जेंडर और उनके सहयोगियों पर हमला करने का आरोप लगा है। पुलिस ने इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
दरअसल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान श्रीशैलम तेलंगाना में गुरुकुल और सामाजिक कल्याण आवासीय स्कूलों में चल रही अनियमितताओं को लेकर अपने विचार रख रहे थे। तभी अचानक उस्मानिया यूनिवर्सिटी के स्कॉलर पी अलेक्जेंडर और उनके सहयोगियों ने बिना कुछ कहे और सुने अचानक उन पर हमला कर दिया। मामले को बढ़ता देख श्रीशैलम के सहयोगी उन्हें बाहर की तरफ ले जाने लगे, लेकिन बाहर पहुंचने तक भी उन पर कई बार हमला हुआ।
बता दें कि कार्ने श्रीशैलम राष्ट्रीय दलित आरक्षण परिरक्षा समिति के अध्यक्ष हैं और हैदराबाद और बाकी राज्यों में दलित समुदाय के लोगों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ एक मुहीम चला रहे थे। इसी के सिलसिले में मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में वे बोल रहे थे, तभी कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उन्हें बुरी तरहा से पीटा गया।
दलितों के अधिकारों के लिए चलायी जा रही कार्ने श्रीशैलम की इस मुहीम का कुछ स्थानीय लोग प्रबल विरोध करते है। प्रेस क्लब के अन्दर घुसकर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा किसी संस्था के अध्यक्ष को पीटे जाने के बाद वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल जरुर खड़ा हो गया है।
मालूम हो कि दलितों हो रहे अत्याचार का एक और घटना राजस्थान से, जहाँ अलवर में गैंगरेप का शिकार हुई 19 साल की युवती ने अपनी आपबीती बयां की है. पीड़िता का कहना है कि उनकी जाति जानने के बाद आरोपियों ने उनसे रेप करने का इरादा बना लिया था. पीड़िता ने कहा है कि आरोपियों ने पहले उनकी और उनके पति की जाति पूछी थी. उन्होंने बताया कि वे दलित हैं. उनकी जाति जानने के बाद आरोपियों ने कहा कि ये दलित हमारा क्या बिगाड़ लेंगे? इसके बाद पांच आरोपी दोनों को घसीट कर सुनसान जगह ले गए. वहां झाड़ियों के बीच पीड़िता के साथ गैंगरेप किया.