उत्तर प्रदेश: प्रियंका गांधी ने कहा है कि युवा युवा नौकरी की मांग करते हैं और उत्तर प्रदेश सरकार भर्तियों को 5 साल के लिए संविदा पर रखने का प्रस्ताव ला देती है। ये जले पर नमक छिड़ककर युवाओं को चुनौती दी जा रही है।
गुजरात में यही फिक्स पे सिस्टम है। वर्षों सैलरी नहीं बढ़ती, परमानेंट नहीं करते। उन्होंने कहा कि युवाओं का आत्मसम्मान नहीं छीनने देंगे।
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प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कर्मचारियों की दक्षता और प्रदर्शन को तय करने वाली सरकार, अपने मंत्रियों की दक्षता मापने और कानून व्यवस्था , महिला उत्पीड़न और बच्चियों के साथ रेप और ह!त्या को मापने का भी कोई पैमाना लाए तो प्रदेश की जनता उनको साधुवाद देगी।
जिन युवाओं को हसीन ख्वाब दिखा कर बीजेपी ने सत्ता हासिल की वह उन्हीं के साथ छल कर रही है। यही युवा थे जिन्होंने सरकार का ताली-थाली बजाने और दिए जलाने में साथ दिया लेकिन जब वह रोजगार की मांग लेकर ताली थाली बजाए या दिया जलाया तो सरकार ने इसका संज्ञान नहीं लिया।
सरकार युवाओं के साथ ऐतिहासिक छल कर रही है। यह बेहद अलोकत्रांतिक और गैर-जिम्मेदाराना फैसला है।अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राज्य कर्मचारी का एक बड़ा हिस्सा- लगभग 70 फीसदी समूह ख और समूह ग से आता है।
भर्ती के लिए तय मानकों पर उनकी दक्षता का आकलन करके परमानेंट करना, इस समूह की भर्ती होने वाले कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हनन है।
सरकार युवाओं के साथ ऐतिहासिक छल कर रही है। यह बेहद अलोकत्रांतिक और गैर-जिम्मेदाराना फैसला है।अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राज्य कर्मचारी का एक बड़ा हिस्सा- लगभग 70 फीसदी समूह ख और समूह ग से आता है।
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भर्ती के लिए तय मानकों पर उनकी दक्षता का आकलन करके परमानेंट करना, इस समूह की भर्ती होने वाले कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हनन है।