सेंट्रल दिल्ली के मंडी हाउस इलाके के पास स्थित बाबर रोड के साइनबोर्ड पर कालिख पोते जाने का मामला सामने आया है। इस हरकत का आरोप दक्षिणपंथी संगठन हिंदू सेना से जुड़े लोगों पर लग रहा है। मंडी हाउस से बंगाली मार्केट को जोड़नी वाली सड़क को बाबर रोड के नाम से जाना जाता रहा है। मुगल शासक बाबर के नाम पर बनी इस रोड के नाम को बदलने की मांग लंबे समय से दक्षिणपंथी संगठन करते रहे हैं।
हिंदू सेना का बयान: हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा, ‘‘हम सरकार से मांग करते हैं कि वह इसका नाम बदलें क्योंकि यह एक विदेशी आक्रामणकारी के नाम पर है। इसका नाम किसी महान भारतीय व्यक्ति के नाम पर रखें।’’ इसके बाद उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमने एनडीएमसी द्वारा लगाए गए साइन बोर्ड को काला कर दिया।’’ इस तरह के साइन बोर्ड की देखरेख करने वाले नई दिल्ली नगर परिषद के अधिकारी अभी इस पर टिप्पणी करने के लिए उपबल्ध नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान बोर्ड काला करने वाले लोगों ने कहा कि ]यह देश भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण का है। बाबर जैसे अत्याचारी का नहीं है।
बता दें कि कुछ समय पड़ोसी मुल्क श्रीलंका में हुए आतंकी हमले के बाद भी हिंदू सेना ने बुर्के का विरोध किया था। हमले के बाद वहां की सरकार ने महिला के बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद से भारत में भी तमाम राजनीतिक दलों के साथ सामाजिक संगठनों ने भी मांग की थी। इनका कहना था कि भारत में बुर्के पर प्रतिबंध लगे। इस कड़ी में हिंदू सेना ने बकायदा केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा को पत्र लिखकर मांग की थी कि श्रीलंका की तर्ज पर राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भारत में भी बुर्का को बैन करना चाहिए।