हाल में ही पठान फ़िल्म में भावना को ठेस पहुँचाने को लेकर विवाद चल रहा था कि इसी बीच एक और मामला UP में सामने आया। जिसके बाद विवाद बढ़ता दिख रहा है।
उत्तर प्रदेश के बरेली ज़िले के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय की प्रिंसिपल समेत शिक्षक के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कार्यवाही किया गया है। आरोप है कि इन्होंने मशहूर शायर इक़बाल की नज़्म ‘लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी’ मुस्लिम बच्चों के साथ-साथ हिंदू बच्चों से भी पढ़वाया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने कहा कि स्कूल में एक प्रार्थना की जा रही थी, जिसमें कुछ ऐसा कहा गया था “अल्लाह इबादत करना”। यह निर्धारित प्रार्थना नहीं है, इसलिए स्कूल के प्रिंसिपल नाहिद सिद्दीकी को निलंबित कर दिया गया है। मैंने शिक्षा मित्र के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए हैं।
विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि प्रिसिंपल नाहिद सिद्दीकी और शिक्षक बजरुद्दीन कई महीनों से अन्य समुदाय की प्रार्थना बच्चों से करवा रहे थे। आरोप था कि इकबाल की नज़्म छात्रों से पढ़वाकर बच्चों को धर्मांतरण करने की कोशिश की जा रही थी। अभिभावकों के शिकायत के बाद विहिप के कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना कर रहे बच्चों का विडियो बना लिया था।
UP तक के अनुसार- शिक्षक वजरुउद्दीन ने कहा यह तो हमारे सिलेबस में है, बच्चों को हर क्लास में किताब दी जाती है। विद्यालय में हिंदू मुस्लिम दोनों छात्र छात्राएं हैं। अगर कोई बच्चा खड़ा हो जाता है और कहता है कि सर हम भी पढ़ेंगे, तो हम कहते हैं कि आप भी पढ़ लो। सूर्य नमन सुबह इस तरीके से होता है। साथ ही प्रार्थना होती है, वह शक्ति दो दयानिधी। अगर सिलेबस में नहीं होता तो दिक्कत होती।
वहीं प्रिंसपल नाहिद सिद्दीकी ने कहा कि वह मेडिकल छुट्टी पर थीं, साथ ही वो विकलांग हैं तो प्रार्थना शिक्षक वज़रुद्दीन ही कराते हैं। इस पूरे मामले में वह अपने को निर्दोष बताते हुए कहा कि इस पूरे मामले से उनका कोई सम्बंध नहीं है।
आपको बता दें कि इससे पहले 2019 में पीलीभीत में भी ऐसा ही विवाद हुआ था। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक को विहिप और बजरंग के नेताओं की शिकायत के बाद निलंबित कर दिया गया था। शिकायत में कहा गया कि छात्र सुबह की प्रार्थना में ‘लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी’ गा रहे थे।