हाथरस की घटना के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन में शामिल हुए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि जब तक यूपी के मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं दे देते हैं और इंसाफ नहीं मिल जाता है हमारा संघर्ष जारी रहेगा। भीम आर्मी चीफ ने कहा कि मै सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध करता हूं कि वे पूरे मामले में स्वत: संज्ञान लें।
हाथरस में दलित लड़की से हैवानियत के बाद मौत और उस पर राज्य सरकार के रवैये का मामला तूल पकड़ता जा रहा है और सभी विपक्षी दल इस घटना को लेकर योगी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। इसी को लेकर आज कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और भीम आर्मी ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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दिल्ली के जंतर-मंतर पर लेफ्ट पार्टी, भीम आर्मी सेना और छात्र संगठनों ने हिस्सा लिया और वे इस वक्त बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई नेता डी.राजा ने जंतर-मंतर पर हाथरस घटना को लेकर प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सीताराम येचुरी ने कहा- यूपी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। हमारी मांग है कि इंसाफ होना चाहिए।
यह प्रदर्शन शुरूआत में इंडिया गेट पर होना था, लेकिन राजपथ क्षेत्र में निषेधाज्ञा के कारण यह जंतर मंतर पर किया गया। वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा, उत्तर प्रदेश में जो कुछ हो रहा है वह गुंडाराज है। पुलिस ने गांव को घेर रखा है, वहां विपक्षी नेताओं और मीडियाकर्मियों को नहीं घुसने दिया जा रहा। उन्होंने (पुलिस-प्रशासन) ने पीड़िता के परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन ले लिए हैं।
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उन्होंने परिवार की इच्छा के विरूद्ध पीड़िता के शव का दाह संस्कार किये जाने के तरीके की भी निंदा की। सामूहिक बला!त्कार के करीब पखवाड़े भर बाद 19 वर्षीय पीड़िता की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। बुधवार तड़के उत्तर प्रदेश के हाथरस में उसका दाह-संस्कार कर दिया गया।