नई दिल्ली : ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अपनी सुरक्षा की गारंटी के लिए इजरायल के साथ संबंध बनाने के लिए कुछ क्षेत्रीय देशों द्वारा कदम उठाने पर खेद व्यक्त किया है.
रूहानी ने बुधवार को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ टेलीफोन पर बातचीत में कहा कि क्षेत्रीय देशों को बाहरी लोगों द्वारा थोपी जाने वाली नीति से दूर रहना चाहिए.
क्षेत्र में ज्ञान, विवेक, तर्कसंगतता और ईमानदारी बातचीत के माध्यम से विदेशों पर उनकी निर्भरता को दूर करना चाहिए.
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उन्होने कहा, “दुर्भाग्य से, ज़ायोनी शासन को शामिल करना [क्षेत्रीय विकास में] क्षेत्र में असुरक्षा और अस्थिरता का कारण होगा.
यह वास्तव में हमारे लिए आश्चर्य की बात है कि कुछ पड़ोसी अपनी सुरक्षा को आपराधिक ज़ायोनी शासन के साथ संबंधों से बंधे हुए मानते हैं जो पूरे क्षेत्र और मुस्लिम देशों का दुश्मन है.
रूहानी ने कहा, “मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि आने वाले महीनों में हम एक-दूसरे की मदद से क्षेत्रीय संबंधों में बेहतर स्थिति देखेंगे.”
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उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों में नए विकास के साथ, इस क्षेत्र के कुछ देशों की “शत्रुतापूर्ण” नीतियों को सुधारा जाएगा और “हम बातचीत को मजबूत करने और क्षेत्र के भीतर एक समझ तक पहुंचने का अवसर देखेंगे.”
इस दौरान ईरानी राष्ट्रपति ने दोहा की आधिकारिक यात्रा के लिए कतर के आधिकारिक निमंत्रण पर अमीर को भी जवाब दिया, उम्मीद जताई कि यह यात्रा उचित समय पर होगी.