नई दिल्ली: कांग्रेस से लगातार नाराजगी की खबरों के बीच अब आखिरकार गुजरात प्रदेश अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने खुद ट्विटर पर इसकी जानकारी दी, लेकिन अपने इस ट्वीट के साथ पटेल ने सोनिया गांधी को लिखी अपनी चिट्ठी भी पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है और अपनी नाराजगी जताई है।
हार्दिक पटेल ने कहा कि पार्टी की राजनीति सिर्फ विरोध तक ही सीमित रह गई है, इतना ही नहीं हार्दिक ने सीएए-एनआरसी और आर्टिकल 370 का भी अपनी चिट्ठी में जिक्र किया है, उन्होंने लिखा, देश को विरोध नहीं बल्कि एक ऐसा विकल्प चाहिए जो उनके भविष्य के बारे में सोचता हो, अयोध्या में श्री राम का मंदिर हो।
सीएए-एनआरसी का मुद्दा हो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या जीएसटी लागू करने जैसे फैसले हों,,, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था और कांग्रेस पार्टी इसमें एक बाधा बनने का काम करती रही।
हार्दिक पटेल ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि, कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में किसी भी मुद्दे के प्रति गंभीरता की कमी एक बड़ा मुद्दा है, मैं जब भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिला तो लगा कि उनका ध्यान गुजरात की जनता की समस्याओं से सुनने से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा, जब भी देश संकट में था।
अथवा कांग्रेस को नेतृत्व की जरूरत थी, तो हमारे नेता विदेश में थे, शीर्ष नेतृत्व का बर्ताव जनता के प्रति ऐसा है कि गुजरात और गुजरातियों से उन्हें नफरत हो, ऐसे में कांग्रेस कैसे अपेक्षा करती है कि गुजरात के लोग उन्हें विकल्प के तौर पर देखेंगे?