नई दिल्ली : सीएम गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने अपने आधे चुनावी वादे पहले दो साल में ही पूरे कर दिए हैं, आने वाले तीन साल में सरकार और अधिक मजबूती से काम करेगी.
गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि एक भी मुसलमान को चुनावों में टिकट नहीं देने वाली पार्टी ने एक मुसलमान का इस्तेमाल उनकी सरकार गिराने का षड्यंत्र किया.
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गहलोत ने कहा,‘‘ चुनावी घोषणा पत्र में किए लगभग 500 वादों में से दो वर्ष में ही यदि 50% वादे पूरे हो जाएं इससे बड़ी उपलब्धि क्या हो सकती है.’’
गहलोत ने कहा,‘‘कोविड-19 की चुनौती को हमने अवसर में बदला, ‘राजस्थान सतर्क है’ और ‘कोई भूखा ना सोये’ के संकल्प के साथ जीवन और आजीविका बचाने का पूरा ध्यान रखा.’’
सीएम गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार आने वाले तीन साल में और अधिक मजबूती के साथ काम करेगी.
गहलोत ने आरोप लगाया कि चुनावों में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं देने वाली भाजपा ने एक मुसलमान नेता का इस्तेमाल पिछले दिनों उनकी सरकार गिराने के षडयंत्र में किया.
गहलोत ने कहा कि बीजेपी ने बिहार व यूपी के पिछले विधानसभा चुनाव में मुसलमानों को ‘एक दिखावटी टिकट तक’ नहीं दिया, लेकिन एक मुसलमान का इस्तेमाल चुनी हुई सरकार गिराने में करती है.
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गहलोत ने कहा,‘‘ सब हथियार उन्होंने अपना लिए, चाहे मध्य प्रदेश की सरकार हो या राजस्थान की एक मुसलमान को टिकट नहीं देती बीजेपी, विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में 400 और बिहार में 250 के करीब टिकट दी जाती हैं.
लेकिन बीजेपी एक टिकट किसी मुसलमान को नहीं देती, वह मुसलमानों को सरकारें गिराने के लिए इस्तेमाल कर रही है.’’
गहलोत ने कुछ दिन पहले भी एक कार्यक्रम में कहा था कि उस संकट के समय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कांग्रेस के बागी विधायकों से मिले थे.
गहलोत ने कहा,‘‘हमारे विधायकों की जब अमित शाह से मुलाकात हुई तो वहां धर्मेन्द्र प्रधान बैठे हुए थे तथा ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में ले जाने वाले सैयद जफर इस्लाम बैठे थे.’’
गहलोत ने कहा,‘‘ भाजपा ने इस देश में लोकतंत्र के साथ विश्वासघात किया है, आप लोकतांत्रिक ढंग से जीतने की बात करते हो, जीतते हो और आप जो आचरण कर रहे हो वह लोकतंत्र के अनुकूल नहीं है, यह बहुत गंभीर बात है.’’