नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम के दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। स्टेन की फिटनेस पिछले कुछ सालों से उनका साथ देती नजर नहीं आ रही थी। लंबे समय से चोटिल चल रहे डेल स्टेन ने क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप से संन्यास की जानकारी दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट एसोसिएशन को दी।
14 साल के करियर में स्टेन ने टेस्ट क्रिकेट में 439 विकेट अपने नाम किए। इस दौरान 93 टेस्ट में उनका औसत 22.95 रहा। स्टेन ने इंग्लैंड के खिलाफ 2004 में डेब्यू किया था। उन्होंने अपना आखिरी मैच में श्रीलंका के खिलाफ इसी साल फरवरी में खेला था। स्टेन वनडे और टी-20 फॉर्मेट में खेलते रहेंगे। स्टेन का 2019-20 के सीजन के लिए टेस्ट क्रिकेट को लेकर कॉन्ट्रैक्ट था, लेकिन अब उन्होंने इस खेल को अलविदा कह दिया है।
स्टेन को रविवार को ही दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के ‘स्ट्रीटवाइस अवार्ड’ से नवाजा गया था। स्टेन ने क्रिकेट साउथ अफ्रीका को भेजे खत में लिखा, ‘आज मैं क्रिकेट के उस फॉर्मेट से अलग हो रहा हूं जिससे सबसे ज्यादा प्यार किया। मेरा मानना है कि टेस्ट क्रिकेट खेल का बेहतरीन वर्जन है। आपकी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक तौर पर परीक्षा लेता है। दोबारा टेस्ट न खेल पाने के बारे में सोचकर ही बुरा लगता है, लेकिन कभी न खेल पाना ज्यादा दर्दभरा है. इसलिए मैं वनडे व टी20 पर ध्यान दूंगा।’
स्टेन लंबे समय से चोट से परेशान चल रहे हैं। इस कारण वे वर्ल्ड कप 2019 में भी नहीं खेल सके थे। वे आईपीएल 2019 में भी सिर्फ 2 ही मैच खेल पाए थे। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलते हुए उन्होंने 4 विकेट अपने नाम किए थे। वे चोट के कारण ही टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। अपनी फिटनेस से जूझने वाला ये तेज गेंदबाज टेस्ट क्रिकेट में मैचों का शतक लगाने से भी चूक गया। डेल स्टेन ने अब तक 93 टेस्ट मैच खेले थे और वो 100 टेस्ट के आंकड़े से बस सात मैच दूर थे