पटना (बिहार) : जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा सुन लो तेजस्वी, हमने लगभग आजीवन लालू जी के विरोध में राजनीति की है, लेकिन हमेशा ही उनको ‘ललूआ’ कहने वाले को मुंहतोड़ जबाव दिया है.
तुमको भी मेरी सलाह है, अपनी कब्र मत खोदो, जबान पर लगाम रखो, वरना नौंवी फेल कहने वालों को और मौका ही देते जाओगे.
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उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कल बिहार विधान सभा में पक्ष-विपक्ष के एक्शन पर क्रिया/प्रतिक्रिया का दौर जारी है और ऐसा स्वाभाविक भी है, लेकिन इससे दीगर नेता प्रतिपक्ष अपने पिता की उम्र के समतुल्य, सीएम नीतीश कुमार के प्रति जिन शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, उसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता है!
दरअसल, विधानसभा में विधायकों खासकर महिला विधायकों के साथ पुलिस द्वारा किए गए बर्ताव से नाराज तेजस्वी ने सीएम नीतीश को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की है, उन्होंने ट्वीट कर कहा नीतीश कुमार को इंद्रिय रस प्राप्त हो रहा होगा.
जब सदन में उनके गुंडे महिला विधायकों की साड़ी उतार उनके ब्लाउज में हाथ डाल जा रहा था, मां-बहन की भद्दी-भद्दी गालियां देकर बाल पकड़ कर घसीटा जा रहा था, इस शर्मनाक घटना के बाद रात्रि में ‘निर्लज्ज कुमार’ नृत्य-संगीत का आनंद उठा रहे थे.
उन्होंने कहा विधायकों को बर्बर तरीके से पीट, सदन से बाहर कर पुलिस की मौजूदगी में ही पुलिस बिल पास कराया गया, नीतीश सरकार ने मारपीट की जो असंसदीय परंपरा शुरू करायी है, उसका खमियाजा उन्हें भी भुगतना पड़ेगा, वो दिन भी आयेगा कि यही पुलिस इसी कानून के सहारे नीतीश कुमार को भी घर में घुस कर पीट सकती है.
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तेजस्वी ने कहा मैं विधानसभा में नीतीश कुमार और उनके पालतू अधिकारियों द्वारा माननीय सदस्यों और महिला विधायकों की बर्बर पिटाई.
गालियां और उनके साथ दुर्व्यवहार को भूलूंगा नहीं, सीएम जो अधिकारी लिखकर दे देते है वो पढ़ देते हैं, उन्हें बाद में याद आयेगा कि उन्होंने किस निर्लज्ज परंपरा की शुरूआत की थी.