नई दिल्ली: नई दिल्ली, 8 अगस्त: पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, नाना जी देशमुख और भूपेन हजारिका को आजा भारत रत्न अवार्ड से नवाजा जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि – देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान आज पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख और असम के प्रख्यात गायक भूपेन हजारिका को दिया जाएगा।
प्रणब मुखर्जी के अलावा बाकी दोनों हस्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है। गौरतलब है कि 2019 की शुरुआत में भी भारत रत्न अवॉर्ड की घोषणा हुई थी।
बता दें कि प्रणब मुखर्जी का राजनीतिक करियर 5 दशक का है जिसमें उन्हें कांग्रेस में और इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिंहा राव और मनमोहन सिंह की सरकारों में अहम पद मिले।
83 साल के मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के 13वें राष्ट्रपति रहे लेकिन इससे पहले ने 2009 से 2012 तक केंद्रीय मंत्री भी रहे। वित्त मंत्री रहते हुए प्रणब मुखर्जी ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के रूप में मनमोहन सिंह के नियुक्ति पत्र दस्तखत किए। पश्चिम बंगाल के बीरभूम गांव में 11 दिसंबर 1935 को एक बंगाली परिवार में जन्मे मुखर्जी ने राजनीति विज्ञान और इतिहास से अपना एमए पूरा किया और कलकत्ता विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री ली। प्रणब दा के रूप में पहचाने जाने वाले मुखर्जी ने इस पुरस्कार के लिए चुने जाने पर इसके लिए धन्यवाद प्रकट किया। उन्होंने कहा कि जितना मैं इस देश और देश के लोगों को कभी दे नहीं सका उससे कहीं ज्यादा मुझे इससे मिला है।मैं इसके लिए लोगों को धन्यवाद करना चाहता हूं और पूरे आदर के साथ इस सम्मान को स्वीकार करता हूं।
बता दें कि इस पुरस्कार के लिए मुखर्जी को कई नेता राजनेता भी बधाइयां दे रहे हैं। उन्हें ये पुरस्कार दिए जाने की घोषणा इस साल जनवरी में हो गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है कि- ‘प्रणब दा हमारे समय के शानदार राजनेता हैं। उन्होंने बिना स्वार्थ और बिना थके दश्कों तक देश की सेवा की और राष्ट्र के विकास में अपनी छाप छोड़ी। उनकी बुद्धिमता और बौद्धिकता के बराबर कम ही लोग हैं। मुझे खुशी है कि उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा जा रहा है।’