गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। सस्पेंशन ब्रिज हादसा की वजह से चर्चा में आए मोरबी क्षेत्र से भाजपा ने पूर्व विधायक कांतिलाल शिवलाल अमृतिया को टिकट दिया है। मोरबी विधानसभा के मौजूदा विधायक बृजेश मेरजा को पार्टी ने टिकट नहीं दिया। 2017 के विधानसभा में बृजेश कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव में उतरे थे। 2020 के उपचुनाव में वह भाजपा के टिकट पर विधायक बने थे।
बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में हाल ही में हुए मोरबी के केबल ब्रिज हादसे की छाप भी स्पष्ट नजर आई। बीजेपी ने मोरबी हादसे के समय लोगों को बचाने के लिए अपनी परवाह किए बगैर नदी के गहरे पानी में उतर जाने वाले कांति अमृतिया को इसका इनाम दिया है। बीजेपी ने कांति अमृतिया को मोरबी विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
कांति अमृतिया साल 2012 में लगातार पांचवी बार गुजरात चुनाव में मोरबी सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। उन्हें मोरबी और आसपास के लोगों के बीच “कान्हाभाई” के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने कृषि और उद्योग में काम किया है। मोरवी बांध की विफलता के कारण आई बाढ़ के दौरान, 1970 के दशक में, यहां तक कि एक युवा लड़के के रूप में, उन्होंने पीड़ितों के पुनर्वास के लिए स्वेच्छा से सेवा की। एक युवा के रूप में, वह एक छात्र संगठन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए और भ्रष्टाचार विरोधी नव निर्माण आंदोलन में भी शामिल हुए थे।
बता दें कि गुजरात चुनाव को लेकर बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने इस बार चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। पूर्व डिप्टी CM नितिन पटेल, पूर्व मंत्री सौरभ पटेल, प्रदीप जडेजा ने इस बार चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। गुजरात के तक़रीबन आठ पूर्व मंत्री चुनाव नहीं लड़ेंगे। गुजरात के पूर्व कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने भी विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है।