नई दिल्ली : देवेंद्र फडणवीस ने सीएम ठाकरे को पत्र लिखा है, फडणवीस ने रियल ऐस्टेट सेक्टर में जारी नीतियों पर सवाल उठाए हैं, इतना ही नहीं उन्होंने सीएम को चेतावनी दी है कि अगर उनकी बात पर कार्रवाई नहीं की गई.
तो वे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे, गौरतलब है कि शिवसेना के मुखपत्र सामना में पिछले दिनों प्रकाशित संपादकीय के बाद से ही प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है.
पूर्व सीएम फडणवीस ने सीएम ठाकरे को पत्र के जरिए चेतावनी दी है, उन्होंने लिखा ‘रियल ऐस्टेट सेक्टर पर कोविड के प्रभाव को कम करने के लिए तैयार नीतियों का इस्तेमाल कुछ रियल ऐस्टेट डेवलपर्स को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है.’
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इस पत्र में पूर्व सीएम ने दावा किया है कि अगर सरकार नीतियों में सुधार नहीं करेगी, तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
पूर्व सीएम ने आगे लिखा ‘मैं इसलिए इस पत्र को अंग्रेजी में लिख रहा हूं कि अगर जानकारी में लाए जाने के बावजूद आपने को सुधारात्मक कार्रवाई नहीं की.
तो मैं बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने के लिए मजबूर हो जाउंगा,’ उन्होंने सीएम से कहा कि आप किसी भी समय मुझसे आगे की जानकारी ले सकते हैं.
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सामना में यूपीए के नेतृत्व को कमजोर बताया था, शिवसेना ने दावा किया था कि राष्टीय कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार विपक्ष को मजबूत कर सकते हैं.
इसके अलावा पार्टी ने यह भी कहा था कि सभी बीजेपी विरोधी पार्टियों को यूपीए के झंडे तले एक साथ आकर काम करना चाहिए, वहीं, राकंपा सांसद मजीद मेमन ने सामना की बात का समर्थन भी किया था.