पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में आज विपक्ष एकजुट होकर केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन कर रहा है। कोलकाता के ब्रिगेड मैदान पर आयोजित ‘‘संयुक्त विपक्षी रैली’’ में करीब 20 विपक्षी पार्टियों के नेता मंच पर मौजूद हैं।
रैली में पूर्व प्रधानमंत्री एचडीदेवगौड़ा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार, तेगुलू देसम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) अध्यक्ष एमके स्टालिन, राष्ट्रीय लोकदल के अजीत सिंह और जयंत चौधरी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता फ़ारुक़ अब्दुल्लाह और उमर अब्दुल्लाह भी मौजूद रहे।

महारैली
इस दौरान सभी नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। सभी ने देश में फैले नफ़रत के माहौल के लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार ठहराया। इन नेताओं ने देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था और बढ़ती बेरोज़गारी के लिए भी मोदी सरकार की ग़लत नीतियों को ज़िम्मेदार बताया।
कार्यक्रम के दौरान सभा को संबोधित करते हुए फ़ारुक़ अब्दुल्लाह ने कहा कि बीजेपी देश को हिंदू-मुसलमान में बांट रही है। इसके साथ ही उन्होंने कश्मीर के बिगड़ते हालात के लिए भी केंद्र की मोदी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया।

फ़ारुक़ अब्दुल्लाह
फ़ारुक़ अब्दुल्लाह ने कहा कि “बीजेपी ने देश को बाँटने का काम कर रही है। हिंदू-मुसलमान को बाँट रही है। कश्मीर के हालात के लिए बीजेपी ज़िम्मेदार है। पूरे देश में आग लगी है अब इसे रोकने के लिए क़ुर्बानी देनी होगी”।
इस दौरान एनसी नेता ने ईवीएम को लेकर भी सवाल उठाते हुए इसे चोर मशीन क़रार दिया। फ़ारुक़ अब्दुल्लाह ने कहा, “आप जिसे ईवीएम कहते हैं वो चोर मशीन है। मैं इलेक्शन कमीशन से गुज़ारिश करूंगा कि इसे हटाया जाए। चुनाव के दौरान इससे चोरी की जाती है”।