पंजाब में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार दोपहर अमृतसर-जालंधर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। किसानों के धरने से 17 रेलगाडिय़ां प्रभावित हुई हैं। रेलवे द्वारा 6 गाडियों को रद्द किया गया है जबकि,16 रेलगाडियों को बदले रूट से चलाया गया। किसानों को धरने से उठाने के लिए अफसर उनसे बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अभी गतिरोध बरकरार है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है।
इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले बनी संघर्ष कमेटी ने मांगों के लिए सोमवार सुबह तरनतारन के डीसी दफ्तर के सामने धरना लगाया था। मांगें नहीं मानी गई तो किसान ट्रैक पर आ डटे। प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि आए दिन किसान आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों ने दावा किया कि दो साल में प्रदेश भर में 900 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है।
डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की जा रही है। किसानों की मांग है कि प्रदेश सरकार किसानों की फसलों को लावारिस जानवरों से हो रहे नुकसान से बचाए। इसके अलावा उन्होंने फिरोजपुर में जीरा कांड के सभी आरोपियों जिसमें कांग्रेसी विधायक कुलबीर सिंह जीरा और उनके पिता पूर्व मंत्री इंद्रजीत सिंह जीरा शामिल हैं, को गिरफ्तार करने की भी मांग की गई।
डायवर्ट की गई गाड़ियां-
फिरोजपुर मंडल के अनुसार किसानों ने अमृतसर-जालंधर रेलवे सेक्शन पर मानावाला के नजदीक सी-35 फाटक के पास रेलवे ट्रैक को जाम किया। इसके चलते ट्रेन नंबर 18101 और 02 जम्मूतवी-टाटा नगर को पठानकोट से मुकेरियां के रास्ते जालंधर तक पहुंचाया गया। दिल्ली से चलकर पठानकोट जाने वाली ट्रेन नंबर 22429 को जालंधर सिटी की बजाय जालंधर कैंट से मुकेरियां के रास्ते भेजा गया। इसी तरह 12422 अमृतसर-नांदेड़, 18238 अमृतसर-बिलासपुर, 12030 अमृतसर-नई दिल्ली, 13006 अमृतसर-हावड़ा, 11057 छत्रपति शिवाजी टर्मिनल-अमृतसर और 12137 सियालदाह-अमृतसर को ब्यास से तरनतारन के रास्ते अमृतसर व अमृतसर से वापस भेजा गया।