नई दिल्ली : कृषि बिलों को लेकर सिंघु बॉर्डर पर पिछले 70 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.
सिंघू बॉर्डर पर एक और किसान की मौत हो गई, मृतक किसान का नाम जोगेंद्र बताया जा रहा है, जो 20 जनवरी को आंदोलन में शामिल होने आया था और सिंघू पर ही मौजूद था.
देर शाम वो सोया हुआ था और उसकी अचानक मौत हो गई, फिलहाल किसान की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है, लेकिन उसके साथ मौजूद किसानों ने बताया कि 29 तारीख को जब आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे.
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तो वह वहीं पर मौजूद था और उसके आस पास आकर गिरा था, आंसू गैस का शिकार होने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई थी, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान अस्पताल में रखवा दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.
बता दें कि सिंघू बॉर्डर पर पिछले 2 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है और किसान लगातार कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं, हालांकि 26 जनवरी के बाद किसान आंदोलन कमजोर होता नजर आ रहा था.
लेकिन उसके बाद एक बार फिर किसान आंदोलन लगातार मजबूत हो रहा है, वहीं इससे दुखद समाचार भी सामने आ रहे हैं, लगातार किसानों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है, सिंघु बॉर्डर पर अभी तक 15 किसान अपनी जान गवां चुके हैं.
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पुलिस जांच अधिकारी सुखबीर ने बताया कि मृतक की पहचान सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल पंजाब के जोगेंद्र के रूप में हुई है, जो पंजाब के तरनतारन का रहने वाला था.
फिलहाल तो इसकी मौत हार्ट अटैक से बताई जा रही है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही वास्तविक कारणों का खुलासा होगा.