भाजपा के मजबूत गढ़ भोपाल लोकसभा सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ेंगे। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की हैं। भोपाल में प्रेस से मुलाकात कार्यक्रम में कमलनाथ ने कहा लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha Elections 2019) के लिए अभी एक सीट पर नाम फाइनल है और वो नाम दिग्विजय सिंह का है भोपाल।
दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में यह तय हो गया है कि दिग्विजय सिंह भोपाल से ही चुनाव लड़ेंगे। कमलनाथ ने कहा वे दिग्विजय के इस फैसले से खुश हैं। लम्बे समय से उनके चुनाव लड़ने को लेकर चर्चाएं चल रही थी। कमलनाथ ने उन्हें सबसे कठिन सीट से चुनाव लड़ने को कहा था। जिसके बाद दिग्विजय सिंह ने भी इस चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा था कि वे कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। जिसके बाद शनिवार को सीएम कमलनाथ ने यह ऐलान कर दिया है कि दिग्विजय का भोपाल से चुनाव लड़ना तय है।
इससे पहले इंदौर, राजगढ़ और भोपाल सीट में से किसी एक सीट पर दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। भोपाल सीट भाजपा का मजबूत गढ़ रहा है। कांग्रेस विधानसभा चुनाव 2018 की जीत के बाद अब लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदर्शन दोहराना चाहती है। जिसके चलते पार्टी किसी भी सीट पर वॉकओवर देने के मूड में नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के मजबूत गढ़ वाली सीटों पर कांग्रेस बड़े चेहरों को चुनाव लड़ाना चाहती है। इसी रणनीति के तहत दिग्विजय को भोपाल से चुनाव लड़ाया जा रहा है। अब देखना होगा अपने गढ़ को बचाने भाजपा किसे उम्मीदवार बनाती है। भाजपा से कई स्थानीय दावेदार टिकट के लिए जोर लगा रहे हैं|
पूर्व सीएम बाबूलाल गौर और सांसद आलोक संजर दिग्विजय को भोपाल से चुनाव लड़ने का चैलेंज दे चुके हैं। अब देखना होगा भाजपा से कौन दिग्विजय के खिलाफ मैदान में होगा। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम भी इस समय भोपाल से चर्चा में है। दिग्विजय के खिलाफ बीजेपी भी दमदार चेहरा उतारेगी। वहीं आलोक शर्मा, पूर्व मंत्री उमा शंकर गुप्ता, वीडी शर्मा का नाम भी दावेदारों में शामिल हैं।