नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के ओर से प्रचार कर रहे नेता लगातार विवादित बयान देने बाज नहीं आ रहे हैं। इन्ही बयानों के चलते चुनाव आयोग इन्हें नोटिस जारी कर रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को चुनाव आयोग की तरफ से नोटिस मिला है। उन्होंने भी सीएम योगी की तरह भारतीय सेना को ‘ मोदी की सेना’ कह कर संबोधित किया था।
मुख्तार अब्बास नकवी ने उत्तर प्रदेश के रामपुर में कहा कि मोदी की सेना तो आतंकवादियों को घर में घुसकर मार रही है। इसी बयान पर उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग से इस बयान पर रिपोर्ट तलब की है। इस रिपोर्ट में बयान की वीडियो रिकोर्डिंग भी शामिल की जाएगी। जिसके बाद बयान की जांच होगी और विशेषज्ञों की टीम बारीकी से इसका अध्ययन करेगी। इसी के बाद कार्रवाई को लेकर किसी तरह का फैसला लिया जाएगा।
सामने आए वीडियो में नकवी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि, हमारी मिसाइलों ने, हमारे सुरक्षाबलों ने घुसकर के पूरे के पूरे इलाके को तबाह किया और उन आतंकवादियों को खाक में मिला दिया। यह सामान्य से घटना नहीं है। अब दिक्कत यह हुई कि कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी सब चिल्लाने लगे कि जो मोदी जी ने घुस-घुस कर, मोदी जी की सेना ने घुस-घुस कर के आतंकवादियों को तबाह किया, उसका सबूत दो दिखा दो।
हालांकि मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने इस बायन को गलत बताते हुए कहा कि, हमने कहा कि, मैंने सभा में मोदी की सेना नहीं कहा है, मैंने… मेरी सेना, आपकी सेना, हर आदमी की सेना है। ऐसे करके बोला होगा। इससे पहले गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में 31 मार्च को रैली के दौरान सीएम योगी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस पर आंतकवाद और आतंकवादियों पर नरमी बरतने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि ‘कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते थे और मोदीजी की सेना आतंकवादियों को गोली और गोला देती है। दोनों में यह अंतर है।