शिवसेना में विवाद के बीच अब एकनाथ शिंदे को भी चुनाव आयोग से नया सिंबल मिल गया है। आयोग ने शिंदे गुट को ढाल के साथ दो तलवार नया चुनाव चिह्न प्रदान किया है। इसी सिंबल के साथ शिंदे गुट आगामी अंधेरी ईस्ट विधानसभा उपचुनाव में मैदान में उतरेगी। शिंदे गुट को सोमवार को ही शिवसेना बालासाहेबांची नाम मिल चुका है।
मालूम हो कि उद्धाव ठाकरे को टार्च और मशाल वाला चिह्न जारी किया गया है। वहीं उनकी पार्टी का नाम शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे रखा गया है।
शिवसेना का जलती मिशाल चिन्ह से पुराना नाता है। पार्टी ने इस चिन्ह पर 1985 में चुनाव जीता था। उस वक्त पार्टी के पास कोई समर्पित चुनाव चिन्ह नहीं था। सातवीं महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के एकमात्र विधायक छगन भुजबल ने मझगांव निर्वाचन क्षेत्र से जलती मशाल चिन्ह पर जीत हासिल की थी। उस वक्त पार्टी का कोई समर्पित चुनाव चिन्ह नहीं था इसलिए पार्टी के उम्मीदवारों ने अलग चिन्हों पर चुनाव लड़ा था।
गौरतलब है कि बीते दिन चुनाव आयोग ने अंतरिम आदेश दिया कि आगामी अंधेरी पूर्व सीट के उपचुनाव में दोनों समूहों में से किसी को भी शिवसेना के लिए आरक्षित चुनाव चिन्ह ‘तीर-कमान’ का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कुछ दिन पहले एकनाथ शिंदे के गुट ने चुनाव आयोग से 3 नवंबर को होने वाले अंधेरी (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव से पहले चुनाव चिह्न पर जल्दी निर्णय लेने का अनुरोध किया था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने आदेश दिया।