मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी अदालत के सत्र के दौरान गिर गए और उनकी मृत्यु हो गई। यह जानकारी द एसोसिएट प्रेस ने मीडिया के हवाले से दी है। बता दें कि मोहम्मद मुर्सी को अपदस्थ कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि मिश्र पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी कार्यवाही के दौरान अदालत परिसर में मौजूद थे, तभी वह बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई। साल 2013 में सेना ने तख़्तापलट करके उन्हें सत्ता से बेदख़ल कर दिया था।
उनके शव को अस्पताल ले जाया गया। मुर्सी को 2012 में देश का राष्ट्रपति चुना गया था। यह चुनाव मिस्र के लंबे समय तक राष्ट्रपति रहे हुस्नी मुबारक को पद से हटाने के बाद हुए थे। मुर्सी का ताल्लुक देश के सबसे बड़े इस्लामी समूह मुस्लिम ब्रदरहुड से था जिसे अब गैर कानूनी घोषित कर दिया गया है। फौज ने बड़े स्तर पर हुए विरोध-प्रदर्शनों के बाद 2013 में मुर्सी का तख्तापलट कर दिया था और ब्रदरहुड को कुचल दिया था। सेना ने मुर्सी समेत समूह के कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था।
मालूम हो कि जेल में बंद मुर्सी की सेहत पर काफ़ी समय से चिंताएं जताई जा रही थीं. पिछले साल अक्तूबर में उनके छोटे बेटे अब्दुल्ला ने एपी समाचार एजेंसी से कहा था कि उनके पिता को एकदम अलग रखा जा रहा है और उन्हें इलाज नहीं दिया जा रहा है जबकि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर और डायबटीज़ है.
पांच महीने पहले अब्दुल्ला ने वॉशिंगन पोस्ट अख़बार के संपादकीय में कहा था कि मिस्र प्रशासन ‘उन्हें मरा देखना चाहता है और वह इस उद्देश्य से यह कर रहा है ताकि जल्दी से जल्दी उनकी मौत प्राकृतिक दिखे.’