झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीख का आज चुनाव आयोग ऐलान करेगा। इसे लेकर आज चुनाव आयोग की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की जाएगी। झारखंड में विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2020 को पूरा हो रहा है।
बता दें कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में बीजेपी लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी को बेताब है। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के नतीजे को देखते हुए विधानसभा चुनाव में मिशन-65 प्लस का टारगेट फिक्स किया है। बीजेपी-एजेएसयू मिलकर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं।
बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए तमाम विपक्ष दल एकजुट होने की कवायद में है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हेमंत सोरेन सत्ता में एक बार फिर वापसी के लिए ‘बदलाव यात्रा’ पर निकले हैं और बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं। वहीं, कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष की कमान रामेश्वर उरांव को देकर आदिवासी और कार्ड खेला है। इसके अलावा बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम अकेले चुनावी ताल ठोकने की तैयारी में है।
झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं। 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 37 सीटें जीती थीं। बीजेपी को 31.3 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं बीजेपी की सहयोगी पार्टी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी। एजेएसयू को 3.7 प्रतिशत वोट मिले थे।
वहीं, जेएमएम को 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके साथ जेएमएम को 20.4 प्रतिशत वोट मिले थे। कांग्रेस ने 10.5 प्रतिशत वोट के साथ 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जेवीएम को 8 सीटें मिली थीं। जेवीएम को 10 प्रतिशत वोट मिले थे। हालांकि चुनाव के बाद जेवीएम के 6 विधायकों ने बगवात कर दी थ और पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। चुनाव में अन्यों के खाते में 6 सीटें गई थीं।