भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को अपराधी कहने पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को कहा कि चौहान जवाहरलाल नेहरू के पैर की धूल भी नहीं हैं। ऐसे बयान देते समय उन्हें शर्म आनी चाहिए।
दिग्विजय सिंह ने रविवार को सीहोर में आयोजित एक कार्यक्रम में जब उनसे शिवराज सिंह की टिप्पणी को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, शिवराज चौहान जवाहरलाल नेहरू पैर की धूल भी नहीं है, उन्हें ऐसे बयान देते हुए शर्म आनी चाहिए। जब उनसे जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, आज कश्मीर जल रहा है। इन्होंने (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) अपने हाथ आग में झुलसा लिए हैं। कश्मीर को बचाना हमारी प्राथमिकता है।
वहीं शिवराज सिंह के बयान की निदा करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि, देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू जिन्हें आधुनिक भारत का निर्माता कहा जाता है,जिन्होंने आज़ादी के लिये संघर्ष किया,जिनके किये गये कार्य व देश हित में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनको मृत्यु के 55 वर्ष पश्चात् आज अपराधी कह कर संबोधित करना,बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय है।
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने शिवराज के बयान की निंदा की है। मंत्री लखन सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह जैसे मंझे हुए नेता से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी। नेहरूजी का सम्मान पूरा देश करता है। दरअसल, शनिवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में मीडिया से बातचीत में शिवराज ने कहा था कि जवाहरलाल नेहरू एक अपराधी हैं, इसके दो मुख्य कारण है। पहला यह कि जब भारतीय फौज कश्मीर से पाकिस्तानी कबाइलियों को खदेड़ते हुए आगे बढ़ रही थी, ठीक उसी वक्त नेहरू ने संघर्ष विराम का ऐलान कर दिया।
इस वजह से कश्मीर का एक-तिहाई हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में रह गया। यदि कुछ दिन और सीजफायर की घोषणा नहीं होता तो पूरा कश्मीर भारत का होता।