नई दिल्ली. दिल्ली सरकार ने चमकी बुखार (इंसेफलाइटिस) से हो रही मासूम बच्चों की मौत की घटना के बाद बिहार सरकार को हर संभव मदद देने की बात कही है. आम आदमी पार्टी के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक तरफ जहां बिहार सरकार को पूरी मदद देने की बात कही है. वहीं आयुष्मान भारत योजना पर उन्होंने सवाल खड़े किए हैं.
मनीष सिसोदिया ने बुधवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार से जो दृश्य आ रहा है. उसे देखकर पूरे देश का दिल रो रहा है. दिल्ली सरकार ऐसी स्थिति में बिहार सरकार को मेडिकल टीम, एंबुलेंस, पैरामेडिकल टीम, दवाइयों सहित हर तरह से मदद करने के लिए तैयार है.
लेकिन सिसोदिया ने आयुष्मान भारत योजना को केवल बीमा कंपनियों का पेट भरने वाली योजना बताया. उन्होंने कहा कि अगर आयुष्मान भारत सच में सफल होती तो बिहार के उन पीड़ित परिवारों को इसका फायदा मिलना चाहिए था लेकिन उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिला. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत जैसी योजना लाकर बीमा कंपनियों को पैसा देना इसका समाधान नहीं है बल्कि हॉस्पिटल बनवाना, मोहल्ला क्लीनिक बनवाना, पॉलीक्लिनिक बनाना ही समाधान है.
आगे उन्होंने आयुष्मान भारत का जिक्र करते हुए कहा, आयुष्मान भारत देश में सफेद हाथी साबित हो रहा है। ”आयुष्मान भारत जैसी योजना लाकर बीमा कंपनियों को पैसा देना समाधान नहीं है, हॉस्पिटल बनवाना, मोहल्ला क्लिनिक बनवाना, पॉलीक्लिनिक बनाना ही समाधान है।”
आयुष्मान से सिर्फ बीमा कंपनियों को मिल रहा फायदा। इसे लागू करने से पहले बुनियादी ढांचा मजबूत करने की जरूरत है।
सिसोदिया के मुताबिक उनकी सरकार द्वारा दिल्ली में ज्यादा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को देने की सफल कोशिश हुई है। दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लीनिकों को उन्होंने आयुष्मान योजना से बेहतर बताते हुए कहा कि राजधानी में ज्यादा अस्पताल बनवाने, ज्यादा बिस्तरों की संख्या बढ़ाने और अन्य सुविधाओं को बेहतर करने का काम हुआ है। मोहल्ला क्लीनिकों की मदद से गरीबों को मुफ्त इलाज देने का काम हुआ है।