तुर्की और सीरिया में आए भूकंप ने भयानक तबाही मचाई है। शनिवार को तुर्की-सीरिया मरने वालों की संख्या 24,000 के करीब पहुंच गई। हालांकि, बारिश और ठंड के चलते राहत- बचाव अभियान में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक में तुर्की में 20,213 लोगों की जान जा चुकी है और 80 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। कई जगह अस्थाई कब्रिस्तान बनाकर शवों को दफनाने के इंतजाम किए जा रहे हैं।
वहीं, सीरिया में 4,467 लोगों की जान गई है और 5 हजार से ज्यादा जख्मी हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी बीएनओ ने यह जानकारी दी है। मृतकों की संख्या इतनी अधिक हो गई है कि दफ़नाने जगह कम पड़ रही है।
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भूकंप के कारण जान गंवाने वालों की संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। इस वक्त हजारों लोग भूकंप प्रभावित इलाकों में अस्पताल में भर्ती हैं। अब भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
इस बीच, राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा कि अधिकारियों को भूकंप आने के बाद तेजी से काम करना चाहिए था। एर्दोगन ने शुक्रवार को तुर्की के आदियामान प्रांत का दौरा किया। वहां उन्होंने स्वीकार किया कि सरकार की प्रतिक्रिया उतनी तेज नहीं थी, जितनी हो सकती थी।