कर्नाटक में जिला चामराजनगर में कुछ ऊंची जाति के ग्रामीणों द्वारा कथित रूप से एक दलित महिला के सार्वजनिक टैंक से पीने के पानी को निकालने के बाद टैंक को गोमूत्र से शुद्ध किया। कर्नाटक पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक यह घटना शुक्रवार को हेगगोटोरा गांव में हुई जहां लिंगायत समुदाय के लोग कथित तौर पर दलित महिला की हरकत से भड़क गए थे।
घटना की जानकारी होने पर चामराजनगर तहसीलदार बसवराजू ने अन्य सरकारी और पुलिस अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा किया। तहसीलदार ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव के लोगों ने दलित महिला के सार्वजनिक नल से पानी पीने के बाद टंकी और नल को गौमूत्र से साफ किया है। उन्होंने कहा कि उस दलित महिला का पता लगाया जा रहा है। अगर वो शिकायत करती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महिला को प्यास लगने पर उसने उस क्षेत्र में मौजूद एक टंकी से पानी पिया, जहां बड़ी संख्या में उच्च जाति के लोग रहते हैं। इन लोगों को जब दलित महिला के टंकी से पानी पीने की सूचना मिली तो उन्होंने गुस्से में पूरी टंकी खाली कर दी और सारा पानी फेंक दिया। फिर उन्होंने टंकी खाली करने के बाद पूरी टंकी को गोमूत्र से साफ किया, जिसे कुछ लोग पवित्र मानते हैं।
इस बीच, जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एक बैठक बुलाई जिसमें सभी समुदायों के सदस्यों ने भाग लिया। बैठक के बाद एक दलित समुदाय के सदस्यों ने मुख्य रूप से ऊंची जातियों के कब्जे वाले इलाके का दौरा किया, जहां पूर्व समूह को बाद वाले द्वारा पानी परोसा गया था।