उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की तानाशाही का एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है। प्रदेश में बीजेपी सरकार को बर्खास्त करने की मांग करने पर पीएसी के एक कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया है।
दरअसल नोएडा में ड्यूटी पर तैनात इटावा के रहने वाले कांस्टेबल मुनीश यादव ने शनिवार को अपनी वर्दी के साथ लाल समाजवादी टोपी पहनी और जिला कलेक्ट्रेट में एक तख्ती लेकर गए पहुंच गए जिस पर लिखा था, “योगी सरकार को बर्खास्त करो।”
मुनीश यादव ने मीडिया से कहा कि राज्य सरकार को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए क्योंकि यह कानून और व्यवस्था कायम रखने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि वह जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को इस संबंध में ज्ञापन देने आए थे।
जिलाधिकारी जे.बी. सिंह ने कहा कि कांस्टेबल उनसे नहीं मिला, लेकिन उन्होंने मीडियाकर्मियों से घटना के बारे में सुना है। पुलिस महानिदेशक ओ.पी.सिंह ने घटना का संज्ञान लिया है और घोर अनुशासनहीनता के आरोप में मुनीश यादव की बर्खास्तगी के आदेश जारी किए हैं।
उधर मुनीश यादव के परिवार के सदस्यों ने उसके मानसिक रूप से बीमार होने का हवाला देकर प्रशासन से निवेदन किया है कि उसे माफ कर वापस नौकरी पर बहल किया जाए।
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में टिप्पणीं करने कर यूपी पुलिस ने एक न्यूज़ चैनल की एमडी समेत तीन पत्रकारों को गिरफ्तार किया था
मालूम हो कि 6 जून को पत्रकार प्रशांत कनौजिया ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक मीडिया संस्थान का वीडियो शेयर किया था. इसमें एक लड़की खुद को उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेमिका बता रही थी. प्रशांत ने वीडियो के साथ कैप्शन दिया था, ‘इश्क छुपता नहीं छुपाने से योगी जी.’ इस वीडियों के वायरल होने के बाद 8 जून को प्रशांत कनौजिया को उनके दिल्ली के मंडावली स्थित निवास से दोपहर 12:30 बजे गिरफ्तार किया गया. इस मामले में प्रशांत पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में केस दर्ज किया गया था.