हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का फैसला हो चुका है। कांग्रेस 68 सीटों में से 40 सीटों पर जीत हासिल कर बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। हर पांच साल पर दूसरी पार्टी को सत्ता देने वाले इस राज्य में इस बार कांग्रेस को सत्ता मिल रही है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, BJP को शाम साढ़े छह बजे तक के रुझानों में 23 सीटों पर जीत मिली है और 2 पर यह आगे चल रही थी।
हिमाचल प्रदेश में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी का जीतना मुश्किल लग रहा था। विकट परिस्थिति में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने प्रदेश की कमान संभाली। वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे हैं, ऐसे समय में कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश की चुनावी कमान संभाली। पार्टी के कार्यकर्ता व नेता गण इस जीत का श्रेय प्रियंका गांधी को दे रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार अब कांग्रेस के खेमे में हलचल बढ़ गई है। जोड़ तोड़ की राजनीति से बचने के लिए कांग्रेस रणनीति बना रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अपने हिमाचल प्रदेश के जीते हुए विधायकों को आगे की रणनीति बनाने के लिए शाम को चंडीगढ़ शिफ्ट कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रदेश में पार्टी की जीत पर सभी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का आभार जताया है। उन्होंने राज्य में पार्टी की इस जीत का श्रेय राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” को भी दिया है। वहीं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश चुनाव परिणामों पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत ही भावुक क्षण है क्योंकि मैं लोगों से उस तरह का समर्थन देख सकता हूं जैसा दिवंगत वीरभद्र सिंह को मिला था। चंडीगढ़ विधायकों के लिए आसानी से मिलने की जगह है और हम अवैध शिकार के बारे में चिंतित नहीं हैं।
बता दें कि मतदान के बाद किए गए सर्वेक्षणों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़े संघर्ष का अनुमान जताया गया था। हिमाचल में कुल 68 सीटें हैं। बीजेपी को 36 से 38 और कांग्रेस को 23 से 33 सीटें हासिल होने का अनुमान था। बहुमत के लिए 35 सीटों की जरूरी है। हिमाचल प्रदेश में हर चुनाव में सत्ताधारी दल को हार का सामना करना पड़ता रहा है।