नई दिल्ली: हैदराबाद की मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस में एनआईए की विशेष अदालत के फैसले के बाद बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। कोर्ट के फैसले के बाद ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द एक बार सुर्खियों में हैं और कोर्ट के फैसले पर जमकर राजनीति हो रही है।
बीजेपी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और हिंदुओं को बदनाम करने का आरोप लगाया है।
इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी को हिंदू विरोधी बताया है। उनका कहना है की राहुल गांधी के मन में हिंदुओं के प्रति घृणा है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। भाजपा ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम और सुशील कुमार शिंद को भी आड़े हाथ लिया।
उनका कहना है कि कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भगवा आतंकवाद का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के कई नेताओं ने भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया है। जोकि उन्होंने राहुल गांधी से ही सीखे हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि 2010 में पहली बार चिदंबरम ने हिंदू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया था। केवल वोट की राजनीति के लिए कांग्रेस ने इस शब्द का इस्तेमाल किया।
बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी या फिर राहुल गांधी ने कभी भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है।
पीएल पुनिया ने पार्टी की तरफ से सफाई देते हुए कहा कि ‘भगवा आतंकवाद’ कुछ नहीं होता है, कांग्रेस यही मानती है कि आतंकवाद को किसी धर्म या समुदाय से नहीं जोड़ा जा सकता। उन्होंने साफ किया कि राहुल गांधी या पार्टी ने कभी ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक आपराधिक मानसिकता है और इसे किसी एक धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता।