नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट संसद में पेश किया। इसमें जहां उन्होंने मध्यम आय वर्ग के लोगों को टैक्स में थोड़ी राहत दी है, वहीं अमीरों पर सरचार्ज के तौर पर टैक्स बढ़ा दिया है। बजट में किसानों, महिलाओं, वेतनभोगी वर्ग से लेकर उद्योग जगत तक सभी वर्ग को लेकर इस बजट में कई ऐलान किए गए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के साथ ही राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बजट पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि बजट में कुछ नया नहीं है। पुराने वादे ही दोहराए गए हैं।
देश की पहली फुल टाइम महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के बाद पश्चिम बंगाल से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “बजट में कुछ भी नया नहीं है। पुराने वादे ही दोहराए गए हैं। वो नए भारत की बात कर रहे हैं, लेकिन बजट नई बोतल में पुरानी शराब जैसा है। युवाओं को रोजगार के लिए कोई प्लान नहीं है। इसको लेकर कोई पहल नहीं की गई है।”
मालूम हो कि
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि कृषि अवसंरचना में निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार 10 हजार नए किसान उत्पादक संघ बनाएगी। उन्होंने बताया कि दालों के मामले में देश आत्मनिर्भर बना है। उनहोंने कहा कि सरकार का लक्ष्य आयात पर कम खर्च करना है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार डेयरी के कामों को भी बढ़ावा देगी।
वित्त मंत्री देश का बजट पेश करते हुए कहा कि स्फूर्ति के जरिए देश में 100 नए क्लस्टर बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 20 प्रोद्योगिकी बिजनेस इंक्यूबेटर स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके जरिए 20 हजार लोगों को स्किल दिया जाएगा। महात्मा गांधी का विचार था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, हमारी सरकार अपनी हर योजना में अंतोदय को बढ़ावा देने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का केंद्र बिंदु गांव, किसान और गरीब है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2022 तक हर गांव में बिजली पहुंचाने का है।