नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लगाए गए आपातकाल की वर्षी पर भारतीय जनता पार्टी 25 जून को काला दिवस व आपातकाल विरोध दिवस के रूप में मनाएगी।
भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी ने यहां मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 47 वर्ष पूर्व इंदिरा गांधी ने सत्ता लोलुपता में देश पर आपातकाल थोप दिया था।
ये भी पढ़ें : लेख : न्यूयार्क टाइम्स के झूठे हैं तो क्या मोदी सरकार के आँकड़े सही हैं? : रवीश कुमार
इंदिरा गांधी ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए प्रेस पर सेंसरशिप, विपक्षी नेताओं को जेल व नागरिक अधिकारों को समाप्त कर मनमानी की। मौलिक अधिकारों को कुन्द कर दिया गया। लोकतंत्र बहाल करने के आंदोलन के कारण अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी समेत कई विपक्षी नेताओं को यातनाएं सहनईपड़ा। भारतीय जनसंघ के सर्वाधिक कार्यकर्ताओं को जेल के सलाखों के भीतर 19 महीने काटना पड़ा।
गोस्वामी ने कहा कि कांग्रेस व कांग्रेस से निकले दल में आज भी आंतरिक लोकतंत्र नहीं है। देश की अधिकतर पार्टी परिवार तक में सिमट चुकी है। देश की अधिकतर पार्टियों वंशवाद, कुसंस्कृति और असहिष्णुता की परिचायक बन चुकी है।
पश्चिम बंगाल में भी ऐसी ही स्थिति उत्पन्न कर दी गई है। लोकतंत्र के समर्थक भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ अत्याचार हो रहा है। जबकि भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र के प्रति आस्था रखती हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की हत्या और इंदिरा के तानाशाही रवैया व आपातकाल के खिलाफ 25 जून को भारतीय जनता पार्टी पूरे प्रदेश में काला दिवस व आपातकाल विरोध दिवस के रूप में मनाएगी। आपातकाल विरोध दिवस पर प्रदेश कार्यालय में आपातकाल के खिलाफ व लोकतंत्र बहाल करने के आंदोलन में शामिल नेताओं को सम्मानित किया जाएगा।
ये भी पढ़ें : पाकिस्तान में उठी काली आँधी के ख़तरे!
प्रदेश कार्यालय समेत जिला कार्यालय में भी वर्चुअल माध्यम से व कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ सूर्यमणि सिंह, मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक,प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा उपस्थित थें।