बीते साल से ही कांग्रेस का वक्त भारतीय जनता पार्टी से बेहतर चल रहा है। हाल ही में कांग्रेस ने देश के 3 राज्यों में सरकार बना कर यह साबित कर दिया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी भारतीय जनता पार्टी को कड़ी टक्कर दे सकती है। गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस नेता अशोक गहलोत को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया है। राज्य में कांग्रेस को बहुमत से जीत हासिल हुई है। वहीं बसपा का समर्थन मिलने से पार्टी और मजबूत हो गई है। माना जा रहा है कि इस वक्त अशोक गहलोत सरकार को किसी भी तरह का खतरा नहीं है। लेकिन उत्तर प्रदेश में जिस तरह से सपा बसपा गठबंधन ने कांग्रेस से रास्ते में कांटे बोए हैं। उससे साफ नजर आ रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस के लिए हालात बिलकुल सरल नहीं हैं। उसके बाद मायावती कांग्रेस पर हम’ला कर रही हैं। उसको लेकर कांग्रेस नेतृत्व मे स्वभाविक चिंता है।

इसी बीच कुछ ऐसी खबरें भी सामने आ रही हैं जिससे कांग्रेस खेमे में खुशी की लहर छा जाएगी खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश के तेरा निर्दलीय विधायक कांग्रेस को समर्थन देने के लिए तैयार हो गए हैं बताया जा रहा है कि इन तेरा निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस के साथ शहर के एक होटल में मुलाकात की है जिसमे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अविनाश पांडे ने इन सभी विधायकों के साथ बातचीत की बताया जा रहा है कि यह बैठक लगभग 1 घंटे तक चली है और इसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस की स्थिति उत्तर प्रदेश में मजबूत होने वाली है गौरतलब है कि इन 13 निर्दलीय विधायकों में से 11 ऐसे हैं जो कांग्रेस से टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।

सूत्रों के अनुसार इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव पर भी चर्चा हुई। दरअसल कांग्रेस चाहती है कि आगामी लोक सभा चुनाव मे यह विधायक अपने क्षेत्र मे कांग्रेस का समर्थन करें। निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला पहले ही कर लिया था ।मगर सभी विधायक कांग्रेस के प्रभारी से मिलना चाहते थे।