गांधीनगर: गुजरात पुलिस ने शनिवार को गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी के खिलाफ सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो शेयर करने के आरोप में शिकायत दर्ज कर ली है। उनके खिलाफ वलसाड के एक प्राइवेट स्कूल को बदनाम करने का मामला दर्ज किया है। वलसाड विधानसभा से विधायक मेवानी ने 20 मई को अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया था। उन्होंने दावा किया कि ये वीडियो वलसाड स्थित आरएमवीएम स्कूल का है।
जिग्नेश मेवानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
जिग्नेश मेवानी द्वारा शेयर किए गए वीडियो में एक टीचर बच्चे के साथ मारपीट कर रहे थे। मेवानी का दावा था कि ये टीटर वलसाड स्थित आरएमवीएम स्कूल है। इसके बाद स्कूल की पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि आरएमवीएम स्कूल की प्रधानाचार्य विजल कुमारी पटेल ने गुरुवार को वलसाड टाउन पुलिस स्टेशन में विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि ये वीडियो उनके स्कूल का नहीं था और मेवानी ने उनके स्कूल और वहां काम करने वाले शिक्षकों को बदनाम किया है।
आरएमवीएम स्कूल की प्रधानाचार्य विजल कुमारी पटेल की शिकायत के आधार पर मेवानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 (2) और 500 के तहचत केस दर्ज किया गया है। ये धाराएं अफवाह फैलाने और मानहानि की हैं। मेवानी ने बाद में 20 मई को किए अपने ट्वीट को हटा लिया था। उन्होंने हिंदी में पोस्ट किए गए अपने ट्वीट में पीएमओ को भी टैग किया था। उनके ट्वीट के बाद सोशल मीडिया यूर्जस ने उन्हें बताया था कि ये गुजरात नहीं मिस्र का है।
जिग्नेश मेवानी ने इस ट्वीट करते हुए लिखा था कि ये घटिया किस्म की बर्बरता है, आपके व्हाट्सएप पर जितने भी नंबर एवं ग्रुप हैं एक भी नहीं छूटने चाहिए। ये वीडियो सबको भेजिए, ये वलसाड के आरएमवीएम स्कूल का टीचर है, इसको इतना शेयर करो कि ये टीचर और स्कूल दोनों बंद हो जाए। पीएमओ इंडिया बताइए ये क्या हो रहा है। हालांकि बाद में उन्होंने ट्विवटर पर इसे हटा दिया था।