नई दिल्ली: इस वक्त पूरा उत्तर भारत हाड़ कंपाने वाली ठंड से गुजर रहा है, शीतलहर और कोहरे की मार से जूझ रहे दिल्लीवासियों को आने वाले दिनों में भी राहत नहीं मिलने वाली है, राजधानी में ठंड ने पिछले 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, मंगलवार को अधिकतम तापमान 1997 के बाद सबसे नीचे 12.2 डिग्री सेल्सियस रहा है, 1997 में यह 11.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। मौसम विभाग ने कहा कि आने वाले दिनों में भी मौसम का प्रकोप यूं ही जारी रहेगा, लोगों को खुद अपना ख्याल रखने की जरूरत है।
दरअसल, राजधानी में लगातार आठवें दिन इतनी ठंड रही कि अधिकतम तापमान 14.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था। ऐसे दिनों को ‘कोल्ड डे’ कहा जाता है। 22 सालों बाद पहली बार इतने लंबे अंतराल के लिए दिल्लीवालों ने ठंड महसूस की है।
इससे पहले आखिरी बार लगातार इतने लंबे अंतराल तक ठंड दिसंबर 2014 में पड़ी थी। लेकिन इसबार तब के मुकाबले ठंड ज्यादा है, साथ ही मौसम विभाग ने पहले ही कह दिया है कि अभी 4-5 दिन राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
राजस्थान में हालत खराब
राजस्थान के सीकर में पारा जीरो डिग्री पर पहुंच गया है और इसका असर ये है कि जहां कहीं भी पानी है, जमने लगा है, चाहे खेतों में हो, या फसलों पर, या पेड़ पौधों पर। सुबह के वक्त धुंध भी इतनी जबरदस्त है कि सड़कों पर गाड़ी चलाना खतरे से खाली नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ये तो शुरुआत है, मौसम का सर्द मिजाज अभी और सख्त होगा।
पंजाब, हरियाणा में घना कोहरा, पारा लुढ़का:
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में मंगलवार को घने कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड जारी है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कम दृश्यता के कारण सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है, जो कुछ स्थानों पर 1०० मीटर से भी कम हो गया है। पुलिस ने कहा कि राजमागोर्ं पर गाड़ियां धीमी रफ्तार से चल रही हैं।