नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में लागू योगी सरकार की चर्चा अब दुनियाभर में होने लगी है। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ को सेकंड वेव में कोरोना को नियंत्रित करने के मॉडल की तारीफ़ करते हुए योगी की और उनकी टीम की पीठ थपथपाई।
कोविड कंट्रोल का योगी मॉडल अब अपना रंग दिखाना शुरू कर चुका है. उत्तर प्रदेश में ट्रिपल टी के इस मॉडल के कारण कोरोना की दूसरी प्रकोपी लहर में अबतक के सबसे कम मामले पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड किए गए हैं. युद्ध स्तर पर हो रही टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट के कारण कोविड के नए मामलों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है.
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उत्तर प्रदेश 5 करोड़ से ज्यादा कोविड टेस्ट करने वाला पहला राज्य बन गया है. देश में 3.5 करोड़ ही टेस्ट करने वाला राज्य दूसरे नंबर पर है. राज्य में पिछले 24 घंटे में कुल 1500 नए कोविड मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या कुल 28 हजार ही रह गई है.
यूपी में कोरोना संक्रमण लगातार कम होता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 524 कोरोना मरीज मिले हैं। यूपी में कोरोना संक्रमण पूरी तरह नियंत्रण में नजर आ रहा है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के सिर्फ 524 मामले सामने आए हैं जबकि 1757 लोग डिस्चार्ज होकर वापस जा चुके हैं।
प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 98.1 प्रतिशत है। बता दें कि प्रदेश में अब तक रिकॉर्ड 5 करोड़ 30 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं जो कि भारत के किसी भी राज्य से सबसे ज्यादा हैं। यूपी में अब कोरोना के कुल सक्रिय मामले 9806 है। खास बात है कि यूपी में जितने कोरोना के सक्रिय मामले हैं उससे कहीं ज्यादा मामले महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में हर रोज आ रहे हैं।
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प्रदेश सरकार टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की नीति पर काम कर रही है। जिसका सकारात्मक परिणाम साफ-साफ नजर आ रहा है। वहीं, गांवों मे कोरोना को नियंत्रित करने के लिए 70 हजार से भी ज्यादा निगरानी समितियां काम कर रही हैं। इसी कारण 25 करोड़ की सबसे ज्यादा आबादी के बाद भी यूपी में मृत्यु दर महाराष्ट्र और दिल्ली के मुकाबले बेहद कम रही है।