साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भारत के सभी राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का द्वारा चला रहे हैं इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अखिलेश यादव सरकार पर अवैध खनन मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। जिसके चलते प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी इस मामले में सीबीआई जांच की तलवार लटक रही है।
माना जा रहा है कि सीबीआई अखिलेश यादव से इस मामले में पूछताछ कर सकती है इस कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अखिलेश यादव की रिपोर्ट में आ गए हैं इस संदर्भ में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा है कि ऑफिस में अपने आखिरी हफ्ते में मोदी सरकार ने बेशर्मी से सीबीआई को अखिलेश यादव के पीछे लगा दिया है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि अखिलेश यादव के खिलाफ हो यह षडयंत्र मोदी सरकार और योगी सरकार द्वारा दर्शाया गया है। पिछले 5 सालों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधियों ने किस किस चीज का सामना किया है। यह इस तानाशाही और अलोकतांत्रिक शासन को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है।
आपको बता दें कि साल 2012 से लेकर 2016 के बीच उत्तर प्रदेश में खनन घोटाले मामले में सीबीआई जांच के दौरान प्रदेश की आईएएस महिला अधिकारी बी चंद्रकला समाजवादी पार्टी के नेता समेत बसपा के कई सदस्यों के आवासों पर छापेमारी की गई है।

सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की भूमिका की भी जांच किए जाने की संभावना जताई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 2012 से जून 2013 तक खनन विभाग का अतिरिक्त प्रभार अखिलेश यादव के पास ही था। उनके मुताबिक, सीबीआई इस मामले में तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को भी नोटिस भेज सकती है।