भोपाल। रविवार को आए एग्जिट पोल के बाद मध्य प्रदेश की सियासत में खचबली मची हुई है। बीजेपी के बहुमत परीक्षण की मांग के बाद राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है कि, कांग्रेस के 10 विधायकों के पास भाजपा नेताओं के फोन आए हैं, जिसमें उन्हें पैसा और पद देने का प्रलोभन दिया गया है। लेकिन मुझे अपनी पार्टी के विधायकों पर पूरा भरोसा है। इससे पहले कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने दावा किया था कि, बीजेपी ने उनके विधायकों के 50 करोड़ रुपए में खरीदने की कोशिश की है।
मंगलवार को बीजेपी की बहुमत परीक्षण की मांग पर मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि, भाजपा नेता राज्य में कांग्रेस की सरकार गिराना चाहते हैं। ,मुझे अपनी पार्टी के विधायकों पर पूरा भरोसा है। मुझे 10 कांग्रेसी विधायकों ने बताया कि, उनके पास बीजेपी नेताओं के फोन आए हैं। जिसमें उन्हें पार्टी का साथ छोड़ने के बदले पैसा और पद देने का प्रलोभन दिया गया है। बता दें कि बीजेपी ने एक दिन पहले दावा किया था कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में है। उन्होंने राज्यपाल से विशेष सत्र बुलाने की मांग भी की थी।
एग्जिट पोल के सवाल पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि एग्जिट पोल मनोरंजन का जरिया है। भाजपा उस पर जश्न मना रही है। सोशल मीडिया पर भी इसे घोटाला बताया जा रहा है। 23 मई को नतीजे सबके सामने आ जाएंगे। सारी तस्वीर साफ हो जाएगी।
वहीं, फ्लोर टेस्ट पर कमलनाथ ने कहा कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखने के लिए इस तरह की मांग कर रही है। हम पिछले 4 महीने में 4 बार फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित कर चुके हैं। अगर अभी भी भाजपा ये चाहती है तो हम एक बार फिर बहमुत साबित कर देंगे।
मालूम हो कि कमलनाथ सरकार के खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने कहा बीजेपी कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश में है। वो एक-एक विधायक को 25 करोड़ रुपए का ऑफर दे रही है। मना करने पर वो 50 करोड़ रुपए देने के लिए तैयार है। लेकिन हमारा कोई साथी बिकने वाला नहीं है। प्रद्युम्न सिंह ने ये भी कहा कि व्यापम, ई-टेंडरिग सहित कई घोटालों में बीजेपी कई नेता नपने वाले हैं। इससे डर के चलते बीजेपी अब सरकार गिराने की कोशिश कर रही है।