लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के टप्पल इलाके में ढ़ाई साल की मासूम की निर्मम तरीके से हत्या करने के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। पीड़ित परिवार के लोग दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं। रविवार को पीड़ित परिवार को यूपी के मुख्यमंत्री कार्यालय(सीएमओ) से मिलने के लिए बुलावा आया। आज सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) अलीगढ़ के टप्पल में पीड़िता के परिवार से मिलने आए। उन्होंने परिवार से उन सदस्यों के नाम की लिस्ट मांगी जो पीड़िता के परिवार की तरफ से सीएम योगी से मिलेंगे ।
पीड़िता के पिता ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि परिवार मुख्यमंत्री के ऑफिस नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि परिवार को सीएमओ से मिलने के लिए पूछा गया। लेकिन परिवार से कोई भी सदस्य नहीं जाना चाहता है। लेकिन पिता ने अपनी बेटी के हत्यारों के लिए फांसी की सजा की मांग की।
रविवार को विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्रज्ञा को पीड़िता के परिवार से मिलने टप्पल जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। एक पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी दी। अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर गुस्साई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) आकाश कुलहरि ने कहा कि एहतियात के तौर पर टप्पल में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
अलीगढ़ के टप्पल में एक कूड़ेदान के पास एक बच्ची का क्षत विक्षत शव 2 जून को मिला था। बच्ची की लाश उसके गायब होने के तीन दिन बाद मिली थी। लड़की के पिता ने बताया कि कर्ज के 10000 हजार रुपये ना चुकाने पर उसकी बच्ची की हत्या कर दी गई। इस मामले में मुख्य आरोपी जाहिद के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मोहम्मद असलम, जाहिद, जाहिद के भाई मेंहदी और जाहिद की पत्नी को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी अभी तक फरार है। इस मामले में प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए 5 पुलिसकर्मियों को लापरवाही के लिए सस्पेंड कर दिया है।