नई दिल्ली: तेलंगाना के हैदराबाद में महिला डॉक्टर की दुष्क’र्म के बाद हत्या कर दी गई थी। बाद में पीड़िता को मरा समझ चारों आरो’पियों ने जिंदा जला दिया था। घटना के करीब सात दिन बाद शुक्रवार को सभी आरोपी एन’काउंटर में मारे गए। इसे लेकर बहुत से लोगों ने पुलिस की प्रशंसा की।
जोधपुर में एक कार्यक्रम में जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने कहा कि न्याय कभी भी तत्काल में नहीं किया जाना चाहिए, न्याय कभी भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर न्याय बदले की भावना से किया जाए तो यह अपना मूल चरित्र खो देता है।
एन’काउंटर में मारे गए थे 4 आरोपी
बता दें कि हैदराबाद की एक पशु चिकित्सक युवती से सामूहिक दु’ष्कर्म करने के बाद उसकी ह’त्या कर दी गई थी। इस कांड के चार आरो’पियों को पुलिस ने शुक्रवार को एक मुठ’भेड़ में मा’र गिराया था। रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद से करीब 50 किलोमीटर दूर शादनगर के पास चटनपल्ली में पुलिस से ये आरोपी हथियार छीनने की कोशिश के बाद भाग रहे थे। इस दौरान पुलिस की कार्रवाई में ये चारों आरोपी मा’रे गए। पुलिस ने कहा कि दुष्क’र्म की रात मौका-ए-वारदात का क्राइम सीन समझने के लिए वो इन आरोपियों को लेकर वहां गई थी।
महाधिवक्ता मनाेज टंडन ने काेर्ट काे बताया कि गांधी नगर से फाॅरेंसिक रिपाेर्ट अा गई है। तीन महीने में जांच पूरी कर लेंगे। वहीं मामले की जांच कर रहे अफसर ने बताया कि यह पता चल गया है कि मामले में काैन-काैन शामिल हैं। जांच पूरी करने में थाेड़ा अाैर समय लगेगा। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा-अाप लाेगाें की दाे’षियाें काे सजा दिलाने की नीयत नहीं लग रही है। केवल जांच ही चल रही है। इस केस में बस देरी कर रहे हैं।
क्या है हैदराबाद मामला?
इस घटना के चारों ही आरोपी 10 दिन की पुलिस रिमांड पर थे। मामले की सुनवाई के लिए 4 दिसंबर को फास्ट ट्रैक कोर्ट का भी गठन किया गया था। पुलिस ने इन सभी चार आरो’पियों को महिला डॉक्टर के साथ गैंगरे’प के बाद उसकी ह’त्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। दरअसल 27 नवंबर को जब महिला डॉक्टर हाइवे एनएच 44 पर रात को अस्पताल से लौट रही थी तो उसकी गाड़ी पंक्चर हो गई थी, इसी दौरान इन आरोपियों ने महिला डॉक्टर के साथ गैंगरे’प किया और उसे जिंदा ज’ला दिया था।