पटना (बिहार) : बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, इसके बावजूद लगभग हर जिले में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है, इसी क्रम में बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया है.
पुलिस ने मोहनिया थाना क्षेत्र के दादर पंचायत के सरियांव गांव में मुर्गी फार्म में चल रहे मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया है, बता दें कि गुप्त सूचना के आधार पर मोहनिया अंचलाधिकारी राजीव कुमार और थाना प्रभारी राम कल्याण यादव ने ये कार्रवाई की है.
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मिनी शराब फैक्ट्री में तस्करों द्वारा कच्चे स्प्रिट में कलर डालकर ब्लू लाइन नामक देसी शराब तैयार की जा रही थी, वहीं, उसकी अवैध पैकिंग भी की जा रही थी.
जब इस संबंध में मोहनिया पुलिस को सूचना मिली तो उन्होंने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए मुर्गी फार्म से भारी मात्रा में देसी शराब बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली स्प्रिट, शराब की बोतलें, ब्लू लाइन देसी कंपनी का स्टिकर सहित कई सामान जब्त कर लिया.
पुलिस ने शराब के साथ उक्त स्थान से दो बाइक भी जब्त की है, इधर, पुलिस के पहुंचने से पहले ही मौके से शराब बनाने और बेचने वाले सभी धंधेबाज फरार हो गए थे.
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ऐसे में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, हालांकि, मुर्गी फार्म से बरामद सभी सामान को पुलिस ट्रैक्टर पर लाद कर थाने ले आई है.
इस संबंध में मोहनिया अंचलाधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई है, मुर्गी फार्म से भारी मात्रा में तैयार शराब के साथ ही कई सामान जब्त किए गए हैं.
मोहनिया डीएसपी ने बताया कि मुर्गी फार्म से 1840 बोतल ब्लू लाइन शराब जब्त किया गया है, इस पूरे मामले में मुर्गी फॉर्म को सील किया जा रहा है, फिलहाल मामले की जांच चल रही है, मुर्गी फार्म के संचालक के बारे में पता चला है, उनके उपर कार्रवाई की जा रही है.