कोलकाता: ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग देश की आर्थिक आपदा से ध्यान हटाने के लिए की गई है। विधानसभा में ममता ने कहा कि ऐसा लगता है कि चंद्रयान की लॉन्चिंग देश में पहली बार हो रही है। भाजपा के सत्ता में आने से पहले ऐसा कोई मिशन नहीं हुआ था। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा है कि वो नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) को स्वीकार नहीं करेंगे। यही नहीं शुक्रवार को कोलकाता स्थित राज्य विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान ममता ने कहा कि केंद्र सरकार चंद्रयान मिशन का प्रचार इस तरह कर रही है जैसे कि देश में पहली बार चंद्रयान लॉन्च हुआ हो और नरेंद्र मोदी के सरकार में आने से पूर्व ऐसे मिशन कभी भी शुरू ना हुए हों। असल मामले में चंद्रयान-2 एक ऐसा मिशन है, जिसका इस्तेमाल देश में चल रही आर्थिक बदहाली की खबरों को छिपाने के लिए किया जा रहा है।
विधानसभा में एनआरसी के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी इस मुद्दे पर बात की है। नीतीश कुमार ने भी कहा है कि वो एनआरसी को स्वीकार नहीं करेंगे। ममता ने कहा कि लोकतंत्र के सभी स्तंभ मीडिया और न्यायपालिका सभी केंद्रीय सलाहकारों द्वारा चलाए जा रहे हैं। मूल भारतीयों के नामों को एनआरसी सूची से बाहर रखा गया है।
ममता बनर्जी एनआरसी के सख्त खिलाफ रही हैं। समय समय पर बंगाल में बीजेपी नेताओं द्वारा एनआरसी की मांग की गई है। हालांकि ममता ने बंगाल में एनआरसी की मांग को सिरे से खारिज किया है। इतना ही नहीं उन्होंने असम में भी इसका विरोध किया है। अब बिहार में भी एनआरसी की मांग की जा रही है।पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के बयान का हवाला देते हुए ममता ने कहा, सरकार राजनीतिक बदले से ज्यादा अर्थव्यवस्था पर ध्यान दे। अप्रैल-जून क्वार्टर में देश की जीडीपी 5 % के साथ छह वर्षों के सबसे निचले स्तर पर है।