नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती कहा कि केंद्र उनकी पार्टी पीडीपी को तोड़ने की कोशिश कर रही है, महबूबा ने कहा कि केंद्र पीडीपी के नेताओं को लालच और धमकी देकर पार्टी को तोड़ने के प्रयास में जुटी है.
महबूबा मुफ्ती के बयान से एक दिन पहले ईडी ने धनशोधन के एक मामले में उनसे श्रीनगर स्थित कार्यालय में 5 घंटे तक पूछताछ की थी.
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महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया कि सरकार पीडीपी के सदस्यों को लालच और धमकी देकर पार्टी को बांटने का प्रयास कर रही है, ईडी जैसी जांच एजेंसियों के इस्तेमाल से उन्हें डराने का प्रयास किया जा रहा है.
केंद्र पर राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए महबूबा ने कहा कि उन्हें पासपोर्ट के मौलिक अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है, यह सियासी प्रतिशोध नहीं है तो क्या है?
ईडी की पूछताछ पर मुफ्ती ने कहा कि देश में असहमति को अपराध घोषित किया जा रहा है और विपक्ष की आवाज बंद करने के लिए एनआईए, सीबीआई तथा ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
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गौरतलब है जम्मू-कश्मीर में पहले बीजेपी और पीडीपी की गठबंधन की सरकार थी, लेकिन बीजेपी ने समर्थन वापस ले लिया था, बाद में अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया गया था.
तब पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया था, बाद में धीरे-धीरे ये पाबंदियां हटाई गई थीं.