वीडियोकॉन समूह के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत को आज CBI ने ICICI ऋण मामले में गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि इस मामले में यह तीसरी बड़ी गिरफ़्तारी है। इससे पहले CBI ने इस मामले में ICICI बैंक की पूर्व एमडी चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को गिरफ्तार किया था।
CBI ने चंदा कोचर, उनके पति और वीडियोकॉन समूह के वेणुगोपाल धूत के साथ-साथ नूपावर रिन्यूएबल्स, सुप्रीम एनर्जी, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम से संबंधित IPC की धाराओं के तहत दर्ज FIR में आरोपी के रूप में दर्ज किया था।
आरोप है कि जिस समय चंदा कोचर ICICI बैंक की एमडी थीं, उस समय उन्होंने वीडियोकॉन ग्रुप को लोन दिया था। बदले में पति दीपक कोचर की कंपनी नू रिन्यूएबल को वीडियोकॉन से निवेश मिला था।
वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ का बैंक लोन देने के मामले में सीबीआई ने पिछले हफ्ते चंदा कोचर और उनके दीपक कोचर को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही दोनों को मुंबई की विशेष कोर्ट ने तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ICICI बैंक ने वीडियोकोन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का लोन दिया था। वीडियोकॉन ग्रुप ने इस लोन में से 86 फीसदी नहीं चुकाए। साल 2017 में इस लोन को NPA में डाल दिया गया। दरअसल, चंदा उस कमेटी का हिस्सा रहीं थीं, जिसने 26 अगस्त 2009 को बैंक द्वारा वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स को 300 करोड़ रुपये देने की मंजूरी दी।